भंडारा

Published: Dec 20, 2020 02:02 AM IST

भंडारासराटी में बाघ की दहशत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

साकोली (सं). तहसील के मोहगाटा वनक्षेत्र परिसर में इनदिनों बाघ ने आतंक मचाय है. शुक्रवार की आधी रात में सराटी वनजीव परिसर के गांव में केवलराम हुमने की बंधी हुई 5 बकरियों को बाघ ने मौत के घाट उतारने से परिसर में बाघ की दहशत निर्माण हो गई है. बाघ के दहशत में सराटी व परिसर के खेती के काम रूके हुए है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सराटी, चिचगांव, गुंढरी, बाम्हणी यह गांव जंगल से सटे है. गांव के चारों ही दिशा में घने जंगल होने से जंगली प्राणी खेत परिसर एवं गाव में आ रहे है. शुक्रवार को रात्री के दौरान सराटी के केवलराम हुमने इस किसान के तबेले में बंधी हुई बकरियों पर बाघ ने हमला कर 5 बकरियों को मौत के घाट उतारकर अपना निवाला बनाया है. इसके पहले भी गुढरी गांव में बाघ ने जानवरों पर हमला कर मौत के घाट उतारने की घटनाए हुई है. शुक्रवार की घटना से पशुपालक का बड़ा नुकसान हुआ है. 

शाम होते ही गांव में सन्नाटा

बाघ की दहशत से परिसर के खेती के काम इनदिनों रूके हुए है. रबी मौसम की बुआई व धान चुराई का मौसम होने से खेत मजदूर, किसान रात दिन खेतों में खेती के काम कर रहे है. किंतु बाघ की दहशत से किसान, खेत मजदूर खेतों में जाने एवं पशुपालक अपनी जानवरों को चरवाई के लिए ले जाने के लिए डर रहे है. बाघ की दहशत से शाम होते ही ग्रामीण अपने घरों में रहते है एवं बाहर नहीं निकलते है.

सरपंच संगठन के अध्यक्ष पवन शेंडे ने घटनास्थल पर जाकर बकरी व्यवसाय से निराधार हुए केवलराम हुमने इस पशुपालक को वनविभाग की ओर से नुकसान भरपाई देने एवं शीघ्र ही वनविभाग द्वारा गांव के बाहर वनजीव भ्रमणक्षेत्र में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की है.