भंडारा
Published: Jan 18, 2022 09:29 PM ISTSchool अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में आरटीई वापसी मिलेगी क्या?
- भंडारा जिले पर आरटीई निधि वितरण में अन्याय क्यों?
- आरटीई फाउंडेशन की ओर से की गई पूछताछ
भंडारा. आरटीई फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राचार्य सचिन कालबांडे की अध्यक्षता में गत दिनों भंडारा में एस सभा आयोजित की गई. सभा को संबोधित करते हुए सचिन कालबांडे ने जानकारी दी कि भंडारा जिले के आरटीई वापसी महाराष्ट्र के अन्य जिलों की तुलना में बहुत मिला है, वह सिर्फ 55 लाख रूपए ही है, जबकि मिलने वाली धनराशि 150 करोड़ है.
कालबांडे ने बताया कि पड़ोसी गोंदिया जिले को 2 करोड़, 22 लाख रुपए मिले हैं. भंडारा और गोंदिया दोनों जिलों को मिलाकर 100 के आसपास स्कूल होने के कारण शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक) के कार्यालय की आरटीई वापसी की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है
हर वर्ष शिक्षणाधिकारी ( प्राथमिक) शिक्षण संचालक पुणे के पास आरटीई वापसी की मांग की जाती रहती है, जिला की ओर की जाने वाली मांग के आधार पर शिक्षा संचालक पुणे महाराष्ट्र सरकार की ओर से मांग की जा रही है, जबकि महाराष्ट्र सरकार आई हुई मांग को केंद्र सरकार के पास पहुंचाती है .महाराष्ट्र सरकार ने जिस तरह से मांग की, उसी आधार पर केन्द्र सरकार आरटीई वापसी की राशि महाराष्ट्र सकार को देती रहती है.
महाराष्ट्र सरकार की ओर से आटीई वापली रक्कम भंडारा जिले की अल्प धनराशि आई है, इसके लिए किसे जिम्मेदार माना जाए, यह जानना जरूरी है, ऐसी जानकारी अध्यक्ष ने अपने भाषण के माध्यम से दी.उन्होंने बताया कि भंडारा जिले के कुछ स्कूलों को
2013-14 से 2018- 19 तक आरटीई वपासी बहुत कम मिली है, आखिर ऐसा क्यों हुआ है, यह जानना भी जरूरी है. आरटीई अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के लिए यह शाप है या वरदान यह जानना मुश्किल हो गया है. शिक्षणाधिकारी ने शिक्षा संचालक के आदेश पर अभी सभा नियोजित नहीं की है. निधि का वितरण भी नहीं किया है.
इस वजह से तुरंत सभा नियोजित करके गति सुधार कर सुधारित प्रस्ताव भेजने का काम, सभा नियोजित करने का अहवान शिक्षणाधिकारी को प्रा कालबांडे ने किया. अन्यथा आंदोलन करने की चेतावनी इस मौके पर दी गई. सभा का प्रास्ताविक आशिष पालीवाल ने प्रस्तुत किया जबकि आभार नरेन्द्र निमकर ने माना. इस मौके पर भास्कर ठवकर तथा जी.एन .टिचकुले मुख्य रूप से उपस्थित थे.