बुलढाना

Published: Jun 05, 2022 10:53 PM IST

Schoolपहले कोरोना, अब बढ़ती फीस ने तोड़ी अभिभावकों की कमर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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बुलढाना. पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण के कारण कइयों के कारोबार ठप पड़े हुए है. जैसे तैसे बाजार खुल रहे है. व्यापार ठीक ठाक हो रहा है. कोरोना के कारण स्कूल बंद होने से छात्र घरों पर ही ऑनलाइन पढाई कर रहे थे. अब दोबारा स्कूल शुरु हो रहे है जिससे अभिभावकों में प्रवेश की होड लगी है किंतू बढ़ती स्कूल की फीस ने अभिभावकों का पसीना निकाल दिया है. 

कोरोना संक्रमण के कारण जिले के सभी निजी व सरकारी स्कूल लगभग बंद हो गई थी. कई स्कूलों ने छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की. कोरोना संक्रमण के कारण कइयों का रोजगार छिन गया, तो कई व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पडा. निजी संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारियों को आधे वेतन पर ही काम करना पडा.

वहीं दूसरी ओर कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के विद्यार्थियों ने स्कूलों में पिछले दो साल से कदम भी नहीं रखा. अब नियमित रुप से स्कूल शुरु होनेवाले है. इसलिए अभिभावकों में स्कूल प्रवेश के लिए भागमभाग हो रही है. अभिभावक शहर की स्कूलों की गुणवत्‍ता, फीस, रिजल्ट आदि की जानकारी ले रहे है. शहर में सहकार विद्या मंदीर है. जिसके बाद कैंब्रिज स्कूल, पोदार विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ, भारत विद्या मंदिर, शारदा कॉन्वेंट, गुरुकुल संस्था का समावेश है.

इन में से भारत विद्या मंदिर व शारदा स्कूल को छोड लगभग सभी स्कूलों के पास स्कूल बसे व अन्य सुविधाएं हैं.  शहर में सरकारी स्कूलें बस नाम की ही रह गई है. जिसके कारण अधिकतर अभिभावक निजी स्कूलों की ओर अपना रुख कर रहे है. किंतू निजी स्कूलों की फीस बढने के कारण अभिभावकों में चिंता का वातावरण है.