चंद्रपुर
Published: Feb 27, 2021 11:29 PM ISTचंद्रपुररामाला तालाब को बचाने आगे आयी 82 वर्षीय वृध्दा
- छठवे दिन वृध्दा समेत 5 कार्यकार्ता ने की भूखहड़ताल
- विभिन्न संगठनों का मिल रहा है समर्थन
चंद्रपुर: रामाला तालाब के संरक्षण के लिए बंडू धोतरे द्वारा शुरू किए गए अन्नत्याग सत्याग्रह को समर्थन देने के लिए आज छठवें 82 वर्षीय वृध्दा समेत 5 कार्यकर्ताओं ने भूखहड़ताल की.इनमें वृध्दा शिलादेवी लुनावत, जयेश बैनलवार, कुणाल देवगिरकर, अब्दुल जावेद, सुधीर देव, धर्मेद्र लुनावत ने भाग लिया.
दिन भर शहर के विभिन्न संस्था, संगठन के पदाधिकारियों ने भेट देकर समर्थन दिया. इंडियन मेडिकल एसो. के समर्थन पत्र सहित डा. माडूरवार, डा.कोलते, डा.गुलवाडे ने भेट दी., प्रियदर्शनी कन्या विद्यालय, लोकमान्य तिलक कन्या विद्यालय, शिव छत्रपति प्रचारक मंडल नांदगांव, क्रेडाई चंद्रपुर, चंद्रपुर जिला कांग्रेस कमेटी पर्यावरण विभाग, डेबू सावली वृध्दाश्रम, व्यापारी फर्निचर एसो., अजय बहुउद्देश्यीय संस्था, धनोजे कुणबी समाज मंदिर साथ ही इंडियन नेशल ट्रस्ट फार आर्ट एन्ड कल्चरल हेरिटेज चंद्रपुर, माली समाज युवा मंच, अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद चंद्रपुर, सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन के प्राध्यापक रमेशचंद्र दहीवडे, तैलिक युवा एल्गार संगठन के जितेंद्र इटनकर का समावेश रहा.
छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर किया समर्थन
अन्नत्याग सत्याग्रह को समर्थन देने के लिए शहर के प्रियदर्शनी कन्या विद्यालय की छात्राओं ने एकत्रित होकर सर्वप्रथम रामाला तालाब बचाने के लिए मानवी श्रृंखला तैयार की. आज शनिवार आंदोलन के छठवे दिन आंदोलन को अपना समर्थन करने की घेाषणा की. प्रियदर्शनी कन्या विद्यालय चंद्रपुर की ओर से जिलाधिकारी को निवेदन दिया गया. जिसमें कहा गया है कि रामाला तालाब से सटक की उनकी स्कूल है. तालाब के प्रदूषण के कारण निरंतर गंदे पानी की दुर्गंध का सामना स्कूल की छात्राओं को करना पड़ रहा है. इसके चलते छात्राओं के स्वास्थ्य पर सइका परिणाम हो रहा है.
इस संबंध में अनेक बार स्कूल की ओर से प्रशासन को निवेदन दिए गए परंतु प्रशासन ने किसी तरह कोई कार्रवाई नहीं की. ऐतिहासिक रामाला तालाब संवर्धन के लिए अन्नत्याग सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर चंद्रपुर शहर की जनता में जनजागृति की गई है. इस संदर्भ में चंद्रपुर शहर के जनता में रोष का वातावरण है. इस समय मुख्याध्यापिका आशा दाते समेत सभी शिक्षकों ने अनशन मंडप को भेट दी.