चंद्रपुर

Published: May 26, 2022 10:03 PM IST

Chichdoh Barrage Projectबारिश के पूर्व खुलेगे चिचडोह बैरेज प्रकल्प के सभी दरवाजे, नागरिकों एवं ग्रामीणों को सतर्क रहने का इशारा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंद्रपुर. इस वर्ष मौसम विभाग के अंदाज अनुसार मानसून का आगमन 1 जून से होगा. बैरेज में संग्रहित जलभंडार को कम करने के लिए सभी 38 दरवाजों को 1 जून 2022 को खोलने का नियोजित है. इसके चलते नदी में निचले क्षेत्र में जलभराव की स्थिति निर्माण हो सकती है. 

निचले क्षेत्रों में जलभराव के कारण जीव या वित्त हानि ना हो इसलिए नदी के सटे सभी ग्रामों एवं ग्रामपंचायतों को सतर्क करने का इशारा दिया गया है. नदी किनारे जाने से बचने और नदी के किनारे खेतों में करते समय सतर्कता बरतने कहा गया है. इसी तरह मार्कडा देवस्थान के श्रध्दालुओं को नदी में स्नान करते हुए, मछुआरों को मछलिया पकडते हुए, नदी घाट से रेत निकालनेवाले, पशुपालक नदी में आने जानेवाले बैरेज परिसर के ग्रामीणों एवं नदी किनारे रहनेवालों को सतर्कता बरतने का आहवान लघु सिंचाई विभाग की ओर से किया गया है.

किसानों के दृष्टि से अत्यंत महत्वाकांक्षी चिचडोह बैरेज प्रकल्प, गडचिरोली जिले वैनगंगा नदी पर स्थापित है. यह प्रकल्प किसानों के लिए वरदान है. इस प्रकल्प के कारण ना केवल पेयजल की समस्या बल्कि खेतों में सिंचाई की सुविधा प्राप्त है.

गडचिरोली जिले के वैनगंगा नदी पर चामोर्शी तहसील मुख्यालय से उत्तर की ओर 5 किमी दूरी पर चिचडोह बैरेज बनाया गया है. उक्त बैरेज मार्कडा देवस्थान से वैनगंगा नदी के ऊपरी हिस्से में 4 किमी दूरी पर है. बैरेज की लम्बी 691 मीटर और 15 मीटर लम्बा और 9 मीटर उंचा है. इस पर 38 लोहे के दरवाजे लगाये गए है जो कि 15 अक्टूबर 2021 से सम्पूर्ण बंद कर दिए गए थे.