चंद्रपुर

Published: Jun 13, 2022 09:56 PM IST

Marriageजाति धर्म के बंधन को तोड़कर मंगेश ने विधवा से किया विवाह

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

गोंडपिपरी. रुढी परंपरा, जाति धर्म के बंधन को तोडकर विधवा युवती से मंगेश ने विवाह कर समाज के सामने आदर्शन निर्माण करने की घटना आज सोमवार को तहसील के वढोली में सामने आई है. मूलत: गडचिरोली जिले के बोरी निवासी मंगला नागो भोयर और चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही तहसील के राजुली निवासी मुकरु बावने का विवाह 6 महीने पूर्व हुआ था. खुशी से दिन बीत रहे थे कि मंगला और बाने परिवार पर दुखों का पहाड टूट पडा. परिवार प्रमुख मुकरु बावने का बीमारी से निधन हो गया.

6 महीने में नवविवाहिता विधवा होने से भोयर परिवार चिंता में पड़ गया. वहीं दूसरी ओर मंगला के पिता नहीं है.

मंगला के बडे बहन का ससुराल गोंडपिपरी तहसील के वढोली में है वहां मंगला रहने को आई थी. इस बीच वढोली निवासी मंगेश हिरालाल ठाकुर नामक युवक के साथ उसकी जान पहचान हो गई. मंगला ने उसे आपबीती सुनाई तो मंगेश ने साहसिक निर्णय लिया. दोनों ने अपने निर्णय से परिवार का अवगत कराया और परिवार की सहमति से आज वढोली में अनोखा विवाह समारोह संपन्न हुआ.

विधवा युवती और मंगेश अलग अलग जाति के होने के बावजूद और विधवा विवाह कर मंगेश ने समाज को नई दिशा दिया है. ठाकुर और भोयर परिवार के निर्णय की सराहना की जा रही है. इस अवसर पर विवादमुक्ति समिति अध्यक्ष श्यामराव सोनटक्के, शिवसेना तहसील प्रमुख सुरज माडुरवार, पूर्व सरपंच उमाकांत चुदरी, विवादमुक्ति  समिति सदस्य संदीप लाटकर, आंगनवाडी सेविका अंजना झाडे, सेवा सहकारी संस्था के  जयराम मानकर, संतोष खरबनकर, नामदेव चिंचोलकर, वंदना नामेवार, प्रिया आभारे ने दंपति को भावी विवाहित जीवन का आशिर्वाद दिया. समाज और जात पात की बेडियों को तोडकर अनोखा विवाह चंद्रपुर जिले के लिए एक मिशाल बन गया है.