चंद्रपुर

Published: Nov 23, 2020 10:54 PM IST

चंद्रपुरमरती रहे जनता महाविकास आघाडी सरकार को कोई सरोकार नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंद्रपुर. मार्च महीने से देश भर में कोरोना संक्रमण की शुरुवात हुई और देश में बिकट परिस्थिति निर्माण हुई। इसके बाद से देश भर में लाकडाउन किया गया। जिससे सभी उद्योग धंधे, कल, कारखाने ठप पड गये और लोगों पर भूखे रहने की नौबत आ गई। इस बीच राज्य की महाविकास आघाडी सरकार ने एकमुस्त तीन महीने का बिल भेज उपभोक्ताओं की कमर तोड दी। किंतु सरकार बिजली बिल माफ करने की बजाय जबरन वसूली कर रही है इसके खिलाफ आज सोमवार को भाजपा ने  आंदोलन कर बिजली बिलों की होली जलाई

पूर्व वित्तमंत्री एवं विधि मंडल लोकसेवा समिति के प्रमुख विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने यहां कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए लॉकडाऊन घोषित कियागया. लॉकडाऊन के समय गरीब जनता को घर से बाहर नहीं निकलने का आह्वान कर राज्य सरकार का हर मंत्री गरीबों को न्याय देने की भाषा बोल रहा था न्याय देना तो दूर लॉकडाऊन के समय की गरीब जनता का बिजली बिल माफ करना ही सरकार भूल गई, महाविकास आघाडी को भूलने की बीमारी हो गई है, उसे अल्झायमर हो गया है, जनता मरती रहे राज्य सरकार को कोई सरोकार नहीं है.

आज सोमवार को गांधी चौक चंद्रपुर में भाजपा चंद्रपुर महानगर शाखा की ओर से बिजली बिलों की होली कर आंदोलन किया गया. इस समय मुनगंटीवार संबोधित कर रहे थे. लॉकडाऊन के समय के गरीबों के बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर यह आंदोलन किया गया. 

इस समय भाजपा के जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले, महानगर जिलाध्यक्ष डा. मंगेश गुलवाडे, भाजपा महानगर महासचिव राजेंद्र गांधी, महापौर राखी कंचर्लावार, उपमहापौर राहुल पावडे, भाजयुमो महानगर जिलाध्यक्ष विशाल निंबालकर, पूर्व महापौर एवं महिला आघाडी महानगर अध्यक्ष अंजली घोटेकर, वनिता कानडे, महानगर महासचिव सुभाष कासनगोट्टूवार, रवींद्र गुरनुले, वसंत देशमुख, सुरेश तालेवार, अरविंद कोवे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.

विधा. मुनगंटीवार ने आगे कहा कि राज्य में 1 करोड़ 97 लाख 78 हजार 478 घरेलू बिजली उपभोक्ता है. सरकार से अमीरों, व्यापारियों, नौकरीपेशा इनकी बिजली माफ करने की हमारी मांग नहीं है जो रोज कमाकर खाते है उन गरीबों के बिजली बिल माफ करें यही हमारी मांग है.ग्रामीण क्षेत्र में 60 लाख 64 हजार 157 जबकि शहरी क्षेत्र के झोपड़पट्टी क्षेत्र में  1  करोड़ 38 लाख41 हजार 907 गरीब है. इन  गरीबों को लॉकडाऊन के समय काफी आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा है, मात्र उनके बिजली बिल माफ करने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है. मंत्रियों के बंगले पर, परिसर पर खर्च करने के लिए सरकार के पास पैसा है. नयी गाड़ियां खरीदने के पास पैसा है, ठेकेदारों का पैसा देने के लिए सरकार के पास पैसा है मात्र गरीब की बिजली बिल माफ करने के लिए पैसा नहीं है. लॉकडाऊन काल का मुंबई के बिल्डरों के मुद्रांक शुल्क में रियायत देने का ऐतिहासिक निर्णय राज्य सरकार ने लिया है. इससे बिल्डरों पर सरकार का असीम प्रेम जाहिर होता है, एक तरफ घोषणापत्र में गरीबों को मुफ्त बिजली देने का वादा करना और दूसरी ओर गरीबों को मझधार में छोड़ देना ही सरकार की नीति है.

मुनगंटीवार ने कहा कि 1 अप्रैल 2020 को सरकार ने बिजली दरवृध्दि की है गरीबों पर 40 पैसे यूनिट से दरवृध्दि कर दी गई है. देश में सबसे महंगी बिजली महावितरण के माध्यम से दी जा रही है. महावितरण कंपनी अर्थात महाशोषण कंपनी है. उर्जामंत्री के भूमिका पर तीव्र आक्षेप लेते हुए मुनगंटीवार ने गरीबों की बिजली बिल माफ नहीं किए जाने पर भाजपा द्वारा आंदोलन कर चेतावनी दी.

इस समय राजेंद्र गांधी, महापौर राखी कंचर्लावार, पूर्व महापौर अंजली घोटेकर ने भी संबोधित किया. आंदोलन का संचालन महानगर जिलाध्यक्ष डा. मंगेश गुलवाडे ने किया. भाजपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बिजली बिलों की होली कर राज्य सरकार के निषेधार्थ जोरदार घोषणाबाजी की.

आंदोलन में प्रज्वलंत कडू, सूरज पेदुलवार, राकेश बोमनवार, सूर्यकांत कुचनवार, सुनील डोंगरे, प्रमोद क्षीरसागर, रामकुमार आकापेल्लीवार, यश बांगडे, कुणाल गुंडावार, राजेश कोमल्ला, प्रज्ञा गंधेवार, मंजूश्री कासनगोट्टूवार, कल्पना गिरडकर, उषा मेश्राम, आशिष ताजणे, बंडू गौरकार, धनराज कोवे, विनोद शेरकी , आकाश मस्के, प्रा. मोहम्मद जिलानी, राणी कोसे, पुरूषोत्तम सहारे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.

ग्रामीण जनता में सरकार के प्रति गहरा रोष – अहीर

वरोरा नाका चौक में लिए गए आंदोलन में पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विस्तारित बिजली बिलों को लेकर बड़े पैमाने पर असंतोष व्याप्त है. विस्तारित बिजली बिल रद्द नहीं किया गया तो ग्रामीणों के रोष का सामना सरकार को करना पड़ सकता है. 

चंद्रपुर के स्थानीय वरोरा नाका चौक में भाजपा की ओर से लॉकडाऊन के समय का गरीबों का बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के किसान एवं ग्रामीणों के उपस्थिति में बिजली बिलों की होली आंदोलन किया गया. इस समय भाजपा किसान आघाडी के जिलाध्यक्ष राजू घरोटे, नरेंद्र जीवतोडे, प्रवीण ठेंगणे, राजू येले, सचिन डोहे, संजू ढाकने, नीलकंठ निखाडे, सुधीर बोढाले, मारोती बोढाले, शंकर बालपने, संदीप निमकर, रवि डोंगे आदि की उपस्थिति थी.

ब्रम्हपुरी में बिजली बिल की होली

 ब्रम्हपुरी में पूर्व विधायक प्रा. अतुल देशकर के मार्गदर्शन में बिजली बिलों की होली जलाकर आंदोलन किया. भाजपा शिष्टमंडल ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को निवेदन प्रेषित किया. इस अवसर पर जिप सदस्य, भाजपा महामंत्री कृष्णा सहारे, पंस सभापति प्रा. रामलाल दोनाडकर, महिला तहसील अध्यक्ष वंदना शेंडे, मनोज वठे, अरविंद नंदुरकर, नामदेव लांजेवार, स्वप्निल अलगदेवे, प्रा. अरुण शेंडे, सदाशिव ठाकरे, साकेत भानारकर, यशवंत आंबोरकर, मनीष मानापुरे, ज्ञानेश्वर दिवटे, राजेश्वर मगरे, अमित रोकडे, विनायक दुपारे, राजेश्वर शिउरकर, विलास उरकुडे आदि उपस्थित थे.

सिंदेवाही के शिवाजी चौक में जलाये बिल

सिंदेवाही के शिवाजी चौक के आंदोलन में जिप के समाज कल्याण सभापति नागराज गेडाम, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र बोरकर, पंस सभापति मंदा बालबुध्दे, पूर्व नगराध्यक्ष मोहिनी गेडाम, रितेश अलमस्त, रणधीर दुपारे, पार्षद हितेश सूचक, दिवाकर पुस्तोडे, शालिनी बोरकर, अंजली बल्लेवार, किशोर भरडकर, अमोल सिध्दमशेट्टीवार, हार्दिक सूचक, रोशन सहारे, राहुल कावले आदि उपस्थित थे.

राजुरा में तहसील कार्यालय के सामने आंदोलन

राजुरा में पूर्व विधायक एड. संजय धोटे के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. धोटे ने कहा कि सरकार जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. किसानों का भारी नुकसान हुआ है. पश्चिम महाराष्ट्र के किसानों की तरह विदर्भ के किसानों को भी 50 हजार की मदद दें.

संविधान चौक में डा.बाबासाहब आंबेडकर के पुतले पर मालार्पण कर पैदल मार्च करते हुए तहसील कार्यालय के सामने आघाडी सरकार के खिलाफ घोषणाएं की गई और बिजली बिलों की होली जलाई गई. इसके उपरांत तहसीलदार को निवेदन सौपा गया. इस समय भाजपा जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले, पूर्व विधायक सुदर्शन निमकर, सतीश धोटे, अरूण मस्की, मधुकर नरड , जि.प. सदस्य सुनील उरकुडे, पं.स. सदस्य नैना परचाके, भाजपा तहसील महामंत्री एड. प्रशांत घरोटे, दिलीप वांढरे, विनायक देशमुख, सचिन डोहे, सचिन शेंडे, दिलीप गिरसावले, भाऊराव चंदनखेडे, मिलींद देशकर, गणेश रेकलवार, सुरेश रागीट, हरी झाडे, नितीन बामब्रटकर, कैलाश कार्लेकर समेत भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

पोंभूर्णा में नजर नहीं आये कार्यकर्ता

यहां बिजली बिल माफी आंदोलन में भाजपा कार्यकर्ताओं की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही. गिने चुने कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में कार्यक्रम चंद मिनटों में निपटा दिया गया. जनसामान्य में बिजली बिलो को लेकर रोष है. लॉकडाऊन काल का बिजली बिल माफ करें यह मुद्दा जनता के हित से जुड़ा हुआ है. जनता के इस मुद्दे को सरकार को पूरे महाराष्ट्र में घेरने के भाजपा के प्रयासों को पोंभूर्णा में अल्प प्रतिसाद मिला.बड़े पैमाने पर समाज माध्यमों पर आंदोलन में सम्मिलित होने का आह्वान किए जाने के बाद भी अल्प प्रतिसाद मिलने से नागरिकों में अनुत्साह एवं कार्यकर्ताओं की नाराजी भाजपा के लिए चिंता का विषय है. बिजली बिलों की होली आंदोलन होने के बाद भी चूल्हा जल जाए इतने बिजली बिल जमा करने में भी स्थानीय पदाधिकारी असफल रहे. जि.प. सदस्यों के बीच की गुटबाजी यहां खुलकर नजर आयी.आंदोलन में गिने चुने पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल थे.

बल्लारपुर में नगर पालिका के सामने आंदोलन

भाजपा की ओर से नगर पालिका के सामने प्रदर्शन किया गया. दोपहर 1 बजे लिए गए आंदोलन में भाजपा के वरिष्ठ नेता चंदन सिंह चंदेल, नगराध्यक्ष हरीश शर्मा, शहर अध्यक्ष काशी सिंह, महिला अध्यक्ष वैशाली जोशी, महामंत्री मनीष पांडे समेत भाजपा कार्यकर्ता, नगरसेवक आदि उपस्थित थे.

चिमूर में आंदोलन

बिजली बिल माफ करने की मांग को लेकर भाजपा की ओर से चिमूर शहर तहसील में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. श्याम हटवादे के नेतृत्व में आंदोलन कर मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को तहसीलदार मार्फत निवेदन दिया गया.

बिजली बिलों की होली करते हुए इस समय जि.प. उपाध्यक्ष रेखा कारेकर, नीलम राचलवार, मनोज मामीडवार, अजहर शेख, समीर राचलवार, प्रदीप कामडी, टीमू बलडवा, कलीम शेख, विनोद चोखरे, नगरसेवक सतीश जाधव, संजय कुंभारे, गुलाबराव फरकाडे, माया नन्नवरे, मंगेश भुसारी आदि पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे.