चंद्रपुर

Published: Aug 05, 2021 11:17 PM IST

चंद्रपुरटीकाकरण से दूर है मुस्लिम समाज, महानगर में मात्र 5 प्रश मुस्लिमों का हुआ टीकाकरण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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चंद्रपुर: कोरोनारोधी टीकों को लगाने की राष्ट्रव्यापी मुहिम लोगों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए शुरू की गई है. इस टीकाकरण मुहिम से किसी भी धर्म विशेष को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं परंतु चंद्रपुर शहर में देखने में आया है कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अब भी लोग टीकाकरण के लिए आगे नहीं आ रहे है.

जनवरी 2021 से शुरू हुई टीकाकरण मुहिम को वैसे ही कुछ खास सफलता नहीं मिल पायी है. लगभग 22 लाख की आबादी वाले इस जिले में अब तक लगभग मात्र 6.50  लाख से 7 लाख लोगों ने ही टीका लगाया है. इसमें पहला टीका लगानेवालों की संख्या 5 से 5.50लाख और दूसरा टीका लगानेवालों की संख्या  1.50 से 2 लाख के आसपास है.इसलिए टीकाकरण के लिए केवल मुस्लिम समाज ही नहीं ग्रामीण भी काफी उदासीन है. वहीं शहरी क्षेत्रों में केन्द्रों पर भीड़ नजर आती है.

उल्लेखनीय है कि, जिले में कोरोना का टीका लगाने का प्रारंभ 60 वर्ष अधिक लोगों के साथ शुरू हुआ था. बाद में इनमें व्याधिग्रस्त 45 वर्ष से अधिक लोगों को जोड़ा गया. ततपश्चात टीकाकरण मुहिम में 45 वर्ष से अधिक सभीं लोगों को जोड़ते हुए टीकाकरण मुहिम चलाई गई.

टीकाकरण के आगे के चरण में इस मुहिम में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग को  भी जोड़ते हुए उनके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत टीका उपलब्ध किया जाने लगा. यह युवा वर्ग डिजिटल के क्षेत्र में सबसे आगे होने से जैसे ही जिले के टीकाकरण केंद्रों पर ऑनलाइन स्लॉट उपलब्ध किया जाता रहा, यह युवा वर्ग उसपर टूट पड़ने लगे थे, जिससे युवाओं के सभीं केंद्रों के स्लॉट्स आधे घण्टे में ही बुक हो जाते थे और अधिकांश युवाओं को वैक्सीन का स्लॉट उपलब्ध न होने से मायूसी का शिकार होना पड़ता था.

युवाओं को वैक्सीन के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक करने में हो रही दिक्कतों के मदद्देनजर फिर इस युवावर्ग को वैक्सीनेशन सेंटर पर ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत टोकन पद्धति से वैक्सीन देने की प्रक्रिया भी शुरू की गई. अब भी जिले के अधिकांश टीकाकरण केन्द्रों पर युवा ही अधिक नजर आ रहे है. 

जहां तक चंद्रपुर शहर की बात की जाए तो यहां कुल 21 टीकाकरण केन्द्र है. टीकों की उपलब्धता के अनुसार केन्द्र एक दो दिन के अंतराल में शुरू रखे जा रहे है आज गुरूवार को 14 टीकाकरण केन्द्रों पर टीकाकरण हुआ. टीकाकरण में वैसे हर धर्म, समाज और वर्ग के लोग हिस्सा ले रहे है परंतु इनमें मुस्लिमों का प्रमाण काफी कम होने की बात सामने आयी है. 

विशेषकर महिलाओं का प्रमाण काफी कम है. इस संदर्भ में मुस्लिम समाज के लोगों से जानकारी हासिल की गई तो उनका कहना था कि उनके यहां महिलाएं बुरका पहनती है और परदे में रहना पसंद करती है. जब से टीकाकरण शुरू हुआ है महिलाओं के लिए अलग से टीकाकरण करने की कोई व्यवस्था नहीं है. ना ही अलग से किसी बंद कक्ष में टीका लगाया जारहा है, महिला, पुरूष, युवा सभी के सामने टीके लगाये जा रहे है. ऐसे में संकोच और शर्म के चलते महिलाएं आगे नहीं आरही है.

जिस तरह से व्यापारियों, कंपनियों के कामगारों के लिए अलग से टीकाकरण लेने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई है. उसकी तरह से मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अलग से मुस्लिम महिलाओं के लिए टीकाकरण की व्यवस्था की जाए तो मुस्लिम महिलाएं आगे आ सकती है. और टीकाकरण का प्रमाण बढ सकता है.

चंद्रपुर महानगर में रहेमतनगर, घुटकाला, दादमहल वार्ड, इंदिरानगर परिसर, तुकूम तालाब, भिवापुर, समस्कलवार्ड, जलनगर समेत कई ऐसे क्षेत्र है जहां मुस्लिम आबादी अधिक है. यहां टीकाकरण केन्द्रों में मुस्लिम समाज की महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था किए जाने की मांग उठ रही है.

सभी केन्द्रों पर शतप्रतिशत टीकाकरण: खांडरे 

इस संदर्भ में महानगर पालिका के वैद्यकीय अधिकारी डा. अविष्कार खांडरे से पूछा गया तो उनका कहना था कि टीकाकरण किसी धर्म विशेष को देखकर नहीं दिया जारहा है., टीकाकरण के समय किसी का भी धर्म, जाति नहीं पूछी जाती है, उनकी आयु और नाम ही पूछा जारहा है. जहां तक शहर में टीकाकरण की बात है सभी केन्द्रों में शतप्रतिशत टीकाकरण रोजाना संपन्न हो रहा है. 

मुस्लिम महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था हो: अंसारी

इस संदर्भ में पूर्व पार्षद बापू अंसारी ने बताया कि मुस्लिम आबादी में टीककारण की धीमी रफ्तार को देखते हुए विशेषकर पर्दा करनेवाली मुस्लिम महिलाओं के लिए मेमन जमातखाने में केवल महिलाओं के लिए टीकाकरण की व्यवस्था हो ऐसी मांग मनपा प्रशासन से की है. प्रशासन टीके उपलब्ध कराये तो टीकाकरण की पूरी व्यवस्था की जा सकती है.