चंद्रपुर

Published: Jun 17, 2020 07:34 PM IST

वनविभागबालू तस्करों की वनविभाग के नालों पर नजर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

राजुरा. कोरोना वायरस संक्रमण की पार्श्वभूमि पर लाकडाउन की घोषणा की गई है. इसलिए सभी विभाग के अधिकारी, कर्मचारी कोरोना रोकथाम के उपाय योजना में व्यस्त है. जिले में मानसून की बरसात शुरु हो गई है किंतु अब तक जोरदार बरसात नहीं हुई है. इससे अब भी रेती घाटे खुले है बस रेती भीग गई है. इसका लाभ बालू माफिया उठा रहे है. जंगल में गश्त न होने से माफियाओं ने अपना मोर्चा अब जंगल के नालें पर केंद्रित कर वहां से बालू की तस्करी कर रहे है. इससे सरकारी राजस्व विभाग का भारी नुकसान हो रहा है.

तहसील में बडे पैमाने पर बालू तस्कर सक्रिय है. रात के समय पर बालू की तस्करी वनविभाग अंतर्गत आने वाले नालों से हो रही है. इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. इस पर किसी का नियंत्रण न होने से माफियाओं के हौसले बुलंद है. इसकी रोकथाम के लिए सख्त उठाने की मांग प्रहार संगठना के जिलाध्यक्ष सुरज ठाकरे ने जिलाधीश से की है. राजुरा क्षेत्र में अनेक ट्रैक्टर, ट्रक, हायवा है. उनके मालिकों की सूची राजस्व विभाग तैयार करें. शहरी परिसर में राजस्व विभाग की जगह पर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक इन वाहनों को राजस्व विभाग की देखरेख में रखे. ग्रामीण परिसर में ग्रापं के मैदान पर यह वाहन खडे करें. इन वाहनों पर ग्राम पंचायत नजर रखे. जिससे रात के समय पर होनेवाली बालू तस्करी पर प्रतिबंध लगाया जा रहा सके. पुलिस भी बालू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.