चंद्रपुर

Published: Oct 11, 2020 10:00 PM IST

चंद्रपुरशेतकरी, शेतमजूर संघर्ष समिति ने कहा 10 अब बस

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

राजुरा. चांदा विभाग के राजुरा और विरुर स्टेशन वनपरिक्षेत्र के ग्रामीण परिसर का जनजीवन बाघ के दहशत में है। पिछले 2 वर्षो में परिसर में बाघ ने 10 लोगों को अपना निवाला बनाया है और अब लोगों का गुस्सा फूट रहा और उनका कहना है 10 अब बस। वनविभाग नरभक्षी बाघ को पिंजरे में कैद करने में सफल नहीं हो रहे है। इसके बाद अब किसकी बारी है इस दहशत में ग्रामीण है। इसके बावजूद दोनों वनपरिक्षेत्र अधिकारी लापरवाही बरत रहे है। इसलिए उपवनसंरक्षक से वनपरिक्षेत्र अधिकारी को निलंबित करने की मांग के लिए 12 अक्टूबर की सुबह 11 बजे शेतकरी शेतमजूर संघर्ष समिति की ओर से वनविभाग कार्यालय के सामने रास्ता रोको आंदोलन की चेतावनी दी है।

राजुरा परिसर में बाघ ने हमला कर अब तक 10 लोगों को अपना निवाला बनाया है इसलिए लोगों का गुस्सा फूट रहा है और उनका तर्क है 10 अब बस। उसे पिंजरे में कैद करने टीम गठित की गई उसकी हलचल कैद करने कैमरे लगाये गये किंतु आज तक उसे पिंजरे में कैद करने सफलता नहीं मिली है।

वहीं सांसद बालु धानोरकर ने नरभक्षी बाघ को पिंजरे में न आने से उसे शूट करने के आदेश देने की मांग वनमंत्री से की है। सांसद ने कहा कि अब तक बाघ ने 8 किसानों समेत 10 लोगों को अपना निवाला बनाया है। इसलिए वह पिंजरे में नहीं आ रहा तो उसे शूट करने के आदेश देने की मांग की है।