चंद्रपुर

Published: Dec 30, 2021 12:16 AM IST

Unseasonal rainजिले में बेमौसम बारिश का जोरदार असर, फसलों का नुकसान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंद्रपुर. ऐन तूअर, ज्वारी, मिर्च कटाई के समय ही जिले के कई हिस्सों में आयी बारिश के कारण किसानों का भारी नुकसान हुआ है. जिले में शाम से लेकर देर रात तक अच्छी खासी बारिश हुई. बारिश के कारण मौसम में फिर से बदलाव होकर ठंडी लहरों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. इस बारिश से सर्वाधिक रूप से तूअर, हरभरा, गेंहू, मिर्च, ज्वारी, प्याज समेत सब्जी भाजी उगानेवाले किसानों का नुकसान हुआ है. उनकी सम्पूर्ण फसल बारिश के भेट चढ गई.

मंगलवार को जिले में सुबह से बदली भरा और बारिश के आगमन को दर्शानेवाला वातावरण निर्माण हो गया था. दिन भर किसी भी समय बारिश होने की  आशंका नजर आ रही थी. शाम होते होते ब्रम्हपुरी, सिंदेवाही, नागभीड़, चिमूर, मूल, सावली होते हुए बारिश का असर देर रात चंद्रपुर शहर समेत आसपास के अन्य तहसीलों पर छा गया. ब्रम्हपुरी क्षेत्र में सर्वाधिक 41 मिमी बारिश हुई.

शहर में रात आठ बजे से ही बादलों की जोरदार गडगड़ाहट और बिजली कडकने के साथ ही चंद मिनटों बाद ही झमाझम बारिश शुरू हो गई. बारिश का असर लगभग एक से डेढ घंटे तक रहा. इसके बाद रात में रूक रूककर बारिश का दौर निरंतर जारी रहा जो कि सुबह 7 बजे तक रहा. ग्रामीण क्षेत्रों में तो शाम से ही बारिश होने से जंगल और खेतों के पास चरने गए गोधन को शाम चार बजे ही वापस घर लाना पड़ा.

बारिश का असर नागपुर, गडचिरोली जिले से होते हुए ब्रम्हपुरी होकर जिले की सभी तहसीलों में पहुंचा. धान के पट्टे ब्रम्हपुरी, सिंदेवाही, नागभीड़, चिमूर, मूल,सावली में ज्यादा बारिश हुई वहीं चंद्रपुर, वरोरा, भद्रावती, बल्लारपुर, राजूरा, कोरपना, जिवती, गोंडपिपरी, पोंभूर्णा में इसका असर कुछ जगहों पर ज्यादा तो कुछ जगहों पर कम रहा.

पहले ही बदली भरे वातावरण से तूअर, मिर्च, हरभरे, गेंहू पर असर हुआ था. बारिश ने रही सही कसर पूरी कर दी. खरीफ फसल के समय हुए नुकसान को देखते हुए किसान इस उम्मीद मे थे कि रबी की फसल उनके खरीफ के नुकसान से राहत देगी परंतु रबी की फसल भी बेमौसम बारिश की भेट चढती दिख रही है.

राजुरा में तुअर का नुकसान

राजुरा तहसील में हुई बारिश से गेंहू, हरभरे की फसल पर असर हुआ है. यहां चनाखा समेत कई अन्य स्थानों पर किसान सब्जी भाजी की फसल लेते है जो कि बारिश से पूरी तरह से खराब हो गई. तूअर और मिर्च की कटाई शुरू थी. कई जगहों पर ज्वारी निकली थी. परंतु बारिश से खेतों में रखा उत्पन्न खराब हो गया. एक दो दिन ऐसा ही मौसम और बारिश होती है तो काफी बड़ा नुकसान होने की संभावना है.

कोरपना में हवाओं के साथ बारिश

कोरपना तहसील में मंगलवार से बदली भरा वातावरण था शाम को अचानक तेज आंधी और हवाओं के साथ रिमझिम बारिश शुरू हो गई. आधे से पौने घंटे तक बारिश ने अपना असर दिखाया. बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है. और दो तीन दिन बारिश होने से फसलों को रोगराई होने की संभावना है.

ब्रम्हपुरी में बेमौसम बारिश ने कहर ढहाया

ब्रम्हपुरी तहसील में सर्वाधिक 41 मिमी बारिश होने से किसानों का काफी नुकसान हुआ है. मंगलवार की रात बारिश ने अपना असर दिखाया. खेत में कटाई कर रखी गई और खड़ी तूअर फसल पानी में डूब गई. पहले की कर्ज के बोझ के कारण किसान चिंतित है. धान पट्टे के लिए प्रसिध्द वैनगंगा नदी के किनारे बसे नान्होरी, नांदगाव, तोरगाव,कोलारी, अर्हेर नवरगाव, भालेश्वर, पिंपलगाव, लाडज,सोंद्री, सोनेगाव, सावलगाव, बेटाला, रनमोचन, निलज, आदि गांवों में धान की फसल ली जाती है. इसके अलावा मूंग, उडद, लाखोरी, चना, बटाना, तील आदि फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.

शंकरपुर मे फसलें प्रभावित 

रात में बिजली की कड़कड़हट के साथ जोरदार बारिश होने से शंकरपुर क्षेत्र में चना, गेंहू, ज्वारी, जवस, लाख, लाखोरी फसल को फायदा हुआ जबकि भाजी ,मेथी, पालक, संभार उगानेवाले किसानों का नुकसान हुआ है. जंगल में चराई को गए मवेशी शाम होने से पूर्व ही बारिश के अंदेशे को देख घर की ओर लौट आये. सड़कों पर पानी नजर आ रहा था. निचले हिस्सों में पानी जमा होने से आवागमन को बाधा हुई.

किसानों को बीमा कपंनियों को सूचित करने की सलाह

मंगलवार की रात हुई बारिश को देते हुए तूअर, गेंहू, हरभरा, ज्वारी फसल का नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन ने अधिसूचित राजस्व मंडल के बीमा धारक किसानों को संबंधित बीमा कंपनियों को 72 घंटे के भीतर हुए नुकसान की सूचना देने की सलाह दी है.. किसान नुकसान की सूचना देने के लिए क्राप इंश्यूरन्स एप, बीमा कपंनी के टोल फ्री नंबर, बीमा कंपनी के ई_मेल, कंपनी के तहसीलस्तरीय कार्यालय, कृषि विभाग के मंडल कृषि अधिकारी कार्यालय, जिस बैंक में बीमा जमा किया है उस बैंक शाखा आदि का उपयोग कर सकते है.