चंद्रपुर

Published: Jun 24, 2021 09:52 PM IST

Roadरास्ता पखवाडा अंतर्गत तहसीलदार ने 24 गावों के रास्ते किये ओपन, तहसीलदार की हो रही सराहना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वरोरा. तहसील में लगभग  80 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर है खेती करणे के लिये खेत में जाने के लिये रास्ता मुख्य जरूरत होती है. जिस खेती में जाने के लिये सरकारी रस्ता न हो उस खेती में जाने के लिये बडे पैमाणे में विवाद,मारामारी भी होती है. इसकी वजह से गांव में तनाव कीस्ति निर्माण हो जाती है. यह देखकर हुए तहसीलदार प्रशांत बेडसे पाटील ने तहसील के 24 मार्गो को ओपन कर दिया है. जिससे किसानों को अपने खेतों तक आवागमन में सुविधा होगी.

किसानों खेतों तक जाने के लिए पगडंडी मार्ग संकरे होने की समस्या के कुल 82 आवेदन तहसील कार्यालय को मिले थे. कोविड 19 की व्यस्तता के बावजूद खरीप सीजन के पूर्व तहसीलदार प्रशांत बेडसे पाटील ने मामलेदार अधिनियम के अनुसार नायब तहसीलदार, मंडल अधिकारी, पटवारी को निर्देश देकर प्राप्त शिकायत के आधार पर समस्या हल करने के लिए स्पॉट मुआयना किया.

इनमे से कुछ आवेदन को निरस्त किया गया बाकी आवेदन पर कारवाई करते हुवे वरोरा सर्कल में जामगांव खुर्द, तुलाना,खांबाडा सर्कल में सुमठाना, जामनी, गौल (बु),माढेली सर्कल में सोईट, बोरी, जलका, चिकणी सर्कल वाघनख,चरूरखटी, शेगांव सर्कल में चारगांव (बु),येरखेडा, वडधा माल, पांजरेपार रिठ, वडधा माल, टेमुर्डा सर्कल में गुजगव्हान, लोधिखेडा, सालोरी,बोरगांव (भो), सालोरी, पोहा,बोरगांव (भो),पिंपलगाव (मा), बांद्रा इन 24 गांवों के खेती के लिए मार्ग खुल कर दिए.

इस अवसर पर आवेदनकर्ता तथा रास्ते में अवरोध निर्माण करनेवालों को बुलाकर रास्तों की समस्या हल की. इस वक्त सरकारी काम में कोई बाधा न डाले इसलिए मंडल अधिकारी को कार्रवाई का अधिकार तहसीलदार प्रशांत पाटील बेडसे ने दिये थे. लेकिन इन 24 गावो के रास्ते खुले करते समय लगभग सभी लोगों ने सहयोग किया जिससे कार्रवाई की नौबत नहीं आयी. तहसीलदार प्रशांत बेडसे पाटील ने लोगो से अपील की कोई दूसरे का मार्ग न रोके और ना ही पानी के बहाव यदि ऐसा कोई करता है तो उसकी शिकायत मलने पर कार्रवाई की जाएगी.

यह रास्ते खुले करते समय कुछ जगह पर तहसीलदार प्रशांत बेडसे पाटील उपस्थित थे बाकी सभी जगह नायब तहसीलदार मधुकर काले, सर्कल के मंडल अधिकारी तथा उस गांव साझा पटवारी उपस्थित थे. संभावता इस प्रकार शिकायत के आधार पगडंडी मार्गो को खुला करने का संभावता यह पहला मामला है.