चंद्रपुर

Published: Sep 30, 2020 08:46 PM IST

चंद्रपुरपुनर्नियुक्ति नहीं दिए जाने से जिले के 400 कर्मियों का भविष्य अधर पर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चंद्रपुर. 10  सितंबर 2020 के शासन परिपत्रक पीछे ले, इसके लिए उमेद कर्मचारियों ने मूंह पर काला मास्क लगाकर और हाथों में मांगों का फलक लेकर मंगलवार से जिलास्तरीय एवं तहसीलस्तरीय बेमियादी असहकार आंदोलन शुरू किया है। उमेद के कर्मचारियों को पुर्नमुदत के आदेश दिए जाने  से जिले के 400  कर्मियों का भविष्य खतरें में पड़ गया है।

उक्त बेमियादी असहकार आंदोलन में उमेद कर्मचारी कल्याण मंडल चंद्रपुर के अध्यक्ष प्रवीण भांडारकर, सचिव नरेंद्र नगराले, शाम मडावी, भावना भगत, राजेश दुधे, माया सुमटकर, गजानन भिमटे, निलेश जीवनकर, प्रकाश तुरानकर, प्रवीण फुके, सिध्दार्थ ढोणे आदि कर्मचारी शामिल हुए।

कार्यभार हस्तांतरित करने के आदेश

महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नति अभियान अंतर्गत कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों को पुनर्नियुक्ति नहीं देते हुए उनका कार्यभार हस्तांतरित करने का आदेश दिया गया। राज्य में वर्ष 2011 से यह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की गरीब परितक्ता, विधवा, एकल, विकलांग, पिछड़ावर्ग के महिलाओं की समूह बांधनी कर समूह के सदस्यों को बैंक कर्ज उपलब्ध करके दिया है. अभियान का 10  सितंबर 2020  या उसके बाद जिन कर्मियों का करार समाप्त हुआ है ऐसे कर्मचारियों को पुर्ननियुक्ति नहीं देने का आदेश दिया है। इस आदेश के कारण राज्य के लगभग चार हजार कर्मियों का भविष्य खतरे पड़ गया है।