चंद्रपुर

Published: Mar 18, 2021 10:55 PM IST

Weatherमौसम ने लगी करवट, कुछ स्थानों पर जोरदार बारिश, आम के बौर और फसलों का नुकसान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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चंद्रपुर/ब्रम्हपुरी: जिले में पिछले एक सप्ताह से जोरदार गरमी पड़ने के बाद आज गुरूवार को मौसम ने अचानक करवट ली और जिले में कई स्थानों पर जोरदार तो कुछ स्थानों पर हलकी बारिश हुई. बारिश के चलते पूरे जिले भर में बदली भरा मौसम निर्माण होने से लोगों ने भीषण गरमी से राहत महसूस की परंतु आम के बौर के झड जाने और फसलों को नुकसान पहुंचने से फल उत्पादकों और किसानों का नुकसान हुआ है.

बारिश का असर ब्रम्हपुरी,सिंदेवाही, नागभीड़, चिमूर, ताडाली, उर्जाग्राम, घोडपेठ, भद्रावती परिसर में दिखाई दिया. चंद्रपुर शहर में दिन भर बदली भरे वातावरण के साथ ठंडी हवाएं चली.जबकि बल्लारपुर, राजुरा, कोरपना, जिवती आदि क्षेत्रों में धूप और बदली की आंखमिचौली देखने को मिली.

पिछले सप्ताह भर से पूरे जिले में लगभग 40 के करीब पारा पहुंच चुका था. ब्रम्हपुरी में पारा बुधवार को 40 के पार हो गया था. दोपहर के समय लू की लपटों का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे अचानक मौसम में बदलाव के साथ आज गुरूवार को बारिश का सामना करना पड़ा. ब्रम्हपुरी से लेकर भद्रावती तक सुबह 11 बजे से लेकर 11.30 बजे तक कुछ स्थानों पर जोरदार तो कुछ स्थानों पर हलकी बारिश हुई.

ब्रम्हपुरी संवाददाता अनुसार ब्रम्हपुरी में पिछले 2 दिनों से बदली का वातावरण शुरू है दिए गए अनुमान के अनुसार बारिश आने का नाम नहीं ले रही थी लेकिन बारिश का मौसम कभी भी बनता था मगर आज गुरुवार 18 मार्च को सुबह से बदली वातावरण शुरू था कहीं धूप निकलती थी तो कहीं बदली वातावरण अपने आप तैयार होता था जिससे गर्माहट भी बढ़ गई थी वातावरण में उमस भी आ गई लेकिन दोपहर 3:00 बजे के बाद अचानक पूरा आसमान बादलों से छाया और अंधेरा होने लगा और बारिश के छिटे गिरने लगे, जिससे और वातावरण में उमस बढ़ने लगी धूप से मात्र छुटकारा मिला जो ब्रम्हपुरी पूरे देश में हॉटस्पॉट करके प्रसिद्ध हुआ था.

उसमें से कुछ आज छूट मिली. लेकिन ऐसे वातावरण का फसलों के काफी परिणाम हुआ खेतों में धान की फसल ज्यो थी उसके ऊपर बारिश का परीणाम हुआ. कटाई वाला कठान माल खेतों में पडा था उससे काश्तकारों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आने लगी. बारिश से अपने कटे हुए माल को कैसे बचाना यह सवाल उनके पीछे पडा और कटा हुआ माल ढंकने की कोशिश करने लगे.फल,फुल तथा सब्जियों में आया हुआ बौर जलने लगा इसका असर आने वाले उत्पादन से होना है.

पहले ही कोरोना की मार जनता को झेलना पड रहा.. उसका असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. अब मौसम की मार भी किसानों को झेलनी पढ़ रही है. बारिश का वातावरण धीरे धीरे बढ़ते जा रहा साथ में गरज भी शुरू हो गई ऐसे वातावरण का फसलों पर भारी परिणाम होता है साथ में आज जनजीवन पर भी उसका असर दिखता है इसके साथ-साथ विभिन्न बीमारियां भी सर ऊपर निकाल रही है साथ में कोरोना का डर भी चल रहा है.