गड़चिरोली

Published: Aug 10, 2020 11:43 PM IST

आंदोलनटैक्सी चालक-मालक संघटना का 'भीक मांगो' आंदोलन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

कोरची. कोरोना लॉकडाऊन के कारण विगत 4 माह से निजी काली-पिली टैक्सी व अन्य यात्री वाहन बंद है. जिससे इस व्यवसाय पर जीवनयापन करनेवाले चालक, मालिकों पर भुखमरी की नौबत आयी है. परिवार का जीवनयापन करने के लिए कोरची में टैक्सी टॅक्सी चालक-मालक संगठना की ओर से आज 10 अगस्त को शहर में भीक मांगो आंदोलन कर सरकार टैक्सी व अन्य यात्री वाहनों के परिवहन को अनुमति दे, ऐसी मांग तहसीलदार के मार्फत मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन से की है. 

4 माह से रोजगार बंद 
कोरोना महामारी के चलते समुचे विश्वभर में हाहाकार मचा है. कोरोना का मार्च महिने में देश के साथ राज्य में भी प्रवेश किया. जिससे सरकार ने 23 मार्च से राज्य में लॉकडाऊन घोषित कर किया. इस कालावधि में व्यापारी प्रतिष्ठाणे, एसटी बसेस, निजी यात्री परिवहन, शाला, महाविद्यालय के साथ्ज्ञ सभी व्यवहार बंद किए. जिससे अनेक लोगों का रोजगार छिन गया. अनेक लोगों पर भुखमरी की नौबत आयी. इस दौरान सरकार ने लॉकडाऊन में धिरे धिरे शिथिलता प्रदान कर  व्यापारी प्रतिष्ठाणे, लघू उद्योग शुरू करने को कुछ शर्तो पर अनुमति दी है. इसमें रापनि के बसों को भी जिला अंतर्गत यातायात को अनुमति दी है. मात्र जिले के निजी यात्री परिवहन को अनुमति नहीं देने से 4 माहर से निजी यात्री  परिवहन बंद है. जिससे इस व्यवसाय पर निर्भर होनेवाले टैक्सी चालक, मालिकों पर बेरोजगारी का संकट निर्माण हुआ है. उनके परिवार पर भुखमरी की नौबत आयी है. अनेक लोगों ने वाहन कर्ज पर खरीदी होकर कर्ज के हफ्ते का भुगतान कैसे करे, ऐसा प्रश्न उनके समक्ष निर्माण हो रहा है.    

व्यवसाय बंद हसे से परिवार के जिवनयापन का प्रश्न निर्माझा हुआ है. परिवार के जीवनयापन के लिए कोरची के टैक्सी चालक -मालक संगठना की ओर से आज शहर में भीक मांगो आंदोलन किया गया. सरकार इस आंदोलन की सुध लेकर टैक्सी व निजी यात्री परिवहन को मंजूरी दे, व वित्तीय सहायता करे ऐसी मांग चालकम-मालक संगठना ने आंदोलन के दौरान की. इस संदर्भ का ज्ञापन तहसीलदार के मार्फत मुख्यमंत्री को भेजा गया. इस समय संगठना के अध्यक्ष आनंदराव चौबे, सचिव सुरेश हातभिडे, सहसचिव धनराज मोहुर्ले, विष्णू वालदे, हिरा उईके, शैलेंद्र जेंगठे, इमरान शेख, अमीर शेख, किशोर मानकर, अमर झाडे, कुलदीप गुरनुले, नरेश राऊत, मानसिक कुमरे, भुनेश्वर गावतुरे, योगेश धमगाये, दीपक पेशने, सुभाष नरोटी, आकाश कुंभारे, सुगरिव भानारकर, महेंद्र गद्देवार आदि उपस्थित थे.