गड़चिरोली

Published: Jan 06, 2023 11:02 PM IST

Agitationगड़चिरोली के कांग्रेसियों ने किया चंद्रपुर में घंटानाद आंदोलन, वनमंत्री के घर तक जाने से आंदोलनकर्ताओं को रोका

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

गड़चिरोली. गड़चिरोली जिले में नरभक्षी बाघ की दहशत निर्माण होकर नरभक्षी बाघ ने अब तक अनेक लोगों की जाने ली है. लेकिन दुसरी ओर नरभक्षी बाघ को पकडऩे में वनविभाग को असफलता मिल रही है. इसी बीच शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाड़े के नेतृत्व में हजारों कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने चंद्रपुर में घंटानाद आंदोलन किया. विशेषत: आंदोलनकर्ताओं को वनमंत्री सुधिर मुनगंटीवार के घर तक जाने से चंद्रपुर प्रशासन द्वारा रोके जाने की जानकारी मिली है. 

 गड़चिरोली जिले में पिछले दो वर्षो से नरभक्षी बाघ की दहशत निर्माण हो गयी है. नरभक्षी बाघ ने इस जिले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की जाने ली है. ऐसे में नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करने और मुतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की प्रमुख मांग को लेकर शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाड़े के नेतृत्व में चंद्रपुर में वनमंत्री सुधिर मुनगंटीवार के निवासस्थान पर घंटानाद आंदोलन करने का नियोजन किया गया.

वहीं आंदोलन में हजारों की तादाद में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए थे. लेकिन चंद्रपुर जिला प्रशासन ने वनमंत्री के घर तक जाने से आंदोलनकर्ताओं को रोका गया. जिससे चंद्रपुर के मुख्य चौक में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने घंटानाद आंदोलन किया. इस आंदोलन में सांसद बालु धानोरकर, विधायक प्रतिभा धानोरकर, जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाड़े, प्रदेश महासचिव तथा जिला प्रभारी डा. नामदेव किरसान, प्रदेश सचिव विजय नले, शहर अध्यक्ष सतीश विधाते, दामदेव मंडलवार, अनुसूचित जाति सेल के जिलाध्यक्ष रजनीकांत मोटघरे, महिला जिलाध्यक्ष रूपाली पंदीलवार, वसंत राऊत, मिलिंद खोब्रागड़े, प्रमोद भगत, राजेंद्र बुल्ले, मनोज अग्रवाल, शंकरराव सालोटकर, नेताजी गावतुरे, अतुल मल्लेलवार, दिवाकर मिसार, अनिल कोठारे समेत हजारों की तादाद में नागरिक उपस्थित हुए थे.