गड़चिरोली

Published: Feb 17, 2023 11:32 PM IST

Power Supplyअब कृषिपंपों को 12 घंटें होगी बिजली आपुर्ति, उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने दी ग्वाही

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

देसाईगंज. पूर्व विदर्भ के गड़चिरोली, चंद्रपुर, भंड़ारा, गोंदिया आदि जिले जिले धान उत्पादक जिले के रूप में पहचाने जाते है. इन जिलों में खरीप समेत रबी हंगाम में भी धान फसल का बड़े पैमाने पर उत्पादन लिया जाता है. संबंधित जिलों के किसान कृषिपंपों के माध्यम से धान फसलों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराते है. लेकिन बिजली विभाग द्वारा संबंधित जिलों में कृषिपंपों को केवल 8 घंटे बिजली आपुर्ति की जा रही है.

वहीं शेष समय लोड़शेडिंग किए जाने से इसका विपरित परिणाम धान फसलों का रहा था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरमोरी विस क्षेत्र के विधायक कृष्णा गजबे ने राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा ऊर्जामंत्री देवेंद्र फडणवीस का ध्यानाकर्षण कराया था. जिसके बाद फडणवीस ने कृषिपंपों को अब 12 घंटे बिजली आपुर्ति कराने की ग्वाही दी है. ऐसी जानकारी आयोजित संवाददाता सम्मेलन में विधायक कृष्णा गजबे ने दी है. 

केंद्रीय कृषि सौर फिडर निर्मित के प्रस्ताव को मान्यता 

विधायक गजबे ने बताया कि, पिछले कुछ वर्षो से कृषिपंपोंं को केवल 8 घंटे बिजली आपुर्ति की जा रही है. केंद्र सरकार के कृषि सौरपंप योजना की शर्त सामने रख विद्युत नियामक मंड़ल ने पूर्व विदर्भ के गड़चिरोली, चंद्रपुर, भंड़ारा, गोंदिया इन जिलों में केवल 8 घंटों की बिजली आपुर्ति का नियम लगाया था. लेकिन प्रत्यक्ष में इन जिलों में कृषि सौरपंप योजना नहीं है. वहीं जटिल शर्त का विपरित परिणाम किसानों पर हो रहा था. जिससे उन्होंने 8 घंटे के बजाय 12 घंटे बिजली आपुर्ति की मांग को लेकर निरंतर प्रयास किया. साथ ही आरमोरी विस क्षेत्र में केंद्रीय कृषि सौर फिडर निर्मिति करने का प्रस्ताव रखा. उक्त प्रस्ताव को मान्यता मिली है. जिससे जल्द ही विस क्षेत्र में 10 फिडऱ निर्मिति का संकल्प राज्य सरकार ने लिया है. ऐसी बात उन्होंने कही.

प्रकल्प को 6 एकड़ जगह उपलब्ध कराने का आदेश

उक्त प्रकल्प को कम से कम 6 एकड़ जगह उपलब्ध करा देने का आदेश ऊर्जा मंत्रालय ने दिया है. वहीं संबंधित किसान को जगह उपलब्ध करा देने पर मुआवजा के रूप में प्रति हेक्टेयर 75 हजार रूपये वार्षिक मुआवजा देने के प्रस्ताव को भी मान्यता मिली है. यह फिडर निर्माण होने पर क्षेत्र के 5 किमी तक के दायरे को किसानों को कृषि सौर बिजली आपुर्ति करने में मदद होगी. वहीं प्रकल्प पूर्ण होने पर इस क्षेत्र के कृषिपंपधारकों को बड़ी राहत मिलेगी. किसानों की समस्या को लेकर पिछले 2 वर्षो से विधायक गजबे द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा था. आखिरकार उनके प्रयासों को सफलता मिली.