गड़चिरोली

Published: Aug 19, 2022 09:36 PM IST

Power Supplyबिजली आपूर्ति सुचारू, भरी बरसात में मरम्मत का कार्य

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

गड़चिरोली. कोरची के 33/11 केव्ही उपकेंद्र को आपूर्ति करनेवाले कुरखेडा – कोरची बिजली लाईन पर हवा व बारिश से पोल व पेड़ गिरने से रात के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित हुई. उसके बाद चीचगड- कोरची इस बिजली लाईन पर उक्त बिजली आपूर्ति डाली गयी. किंतू 15 अगस्त को बिजली आपूर्ति फिर खंड़ीत हुई. यह खराबी दूर करने के लिए महावितरण के कर्मीओं ने जंगल परिसर में भरी बरसात में तकरीबन 35 घंटे दुरुस्ती का कार्य कर बिजली आपूर्ति सुचारू की. 

 कुरखेडा – कोरची व चीचगड – कोरची इन दोनों बिजली लाईन में खराबी निर्माण होने से महावितरण के कर्मीओं ने खोजबीन करने पर, पीपरखैरी अंतर्गत बड़ा पेड़ बिजली लाईन पर गिरने का दिखाई दिया. उस पेड़ को दूर कर पीपरखैरी तक बिजली आपूर्ति शुरू की गई. उसके बाद सामने का सेक्शन पीपरखैरी से मसेली चालू कर देखने के बाद, बिजली आपूर्ति ट्रीप हुई.

जिससे कर्मचारी फिर से लाईन पेट्रोलिंग करने लगे व उन्हें पीपरखैरी से मसेली सेक्शन में लाईन पर पेड़ गिरने का निदर्शन में आया. उस पेड़ को तोड़कर दूर कर लाईन पीपरखैरी से मसेली सेक्शन में बिजली आपूर्ति शुरू हो पायी. उसके बाद मसेली से बोडेना सेक्शन चालू करने पर बिजली आपूर्ति शुरू हुई. इस दुरुस्ती में एक-एक सेक्शन की जांच कर, बोडेणा से कोरची सेक्शन 16 अगस्त को आधी रात के दौरान चालू किया गया. किंतू साल्हे गाव समीप बिजली लाईन पर गिरा हुआ पेड़ भी हटाकर मरम्मत का काम किया गया. 

दुसरी ओर चीचगड डीसी अंतर्गत 11 केव्ही बिजली लाईन पर पेड़ गिरने से बंद थी. यह सभी दुरुस्ती कर  16 अगस्त को दोपहर 1 बजे बिजली आपूर्ति महावितरण अभियंता व कर्मचारी के अथक परिश्रम के बाद शुरू हुई. इस तरह 33 केव्ही चीचगड – कोरची लाईन के ब्रेकडाऊन को 35 घंटे का कालावधी लगा.

बेलगाव गाव नजीक बड़ा पेड़ बिजली लाईन पर गिरा था. कोरची घाट में भी पेड़ गिरे थे. 33 केव्ही कुरखेडा – कोरची लाईन के पेड़ तोड़कर 17 अगस्त को दूर किया गया. डब्बल पोल स्ट्रक्चर खड़े करने का काम 18 अगस्त को पूर्ण हुआ. तथा आज 19 अगस्त को बाकी काम अभी भी चल रहा है. बरसात के कारण यह पेड़े गिरकर उक्त बिजली आपूर्ति बाधित हुई. यह खराबी दूर करने के लिए महावितरण के कर्मीओं ने भरी बरसात में दिन रात एक कर दी.