गड़चिरोली

Published: Mar 26, 2022 10:46 PM IST

Memorandumराजस्व कर्मचारी होंगे हडताल में शामिल, राजस्व कर्मचारी संगठना ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

चामोर्शी. महाराष्ट्र राज्य राजस्व कर्मचारी संगठना व जिला शाखा के निर्देश के तहत, मंत्रालय स्तर पर प्रलंबित विभागनिहाय संपूर्ण पदोन्नती प्रस्तावों को तत्काल मान्यता प्रदान कर पदोन्नती के आदेश निर्गमित करे, राजस्व सहाय्यक के पद भरने आदि मांगों को लेकर राज्य के सभी राजस्व कर्मचारियों ने 28 मार्च को एक दिवसीय हडताल का ऐलान किया है. इस आंदोलन में चामोर्शी के तहसील कार्यालय के राजस्व कर्मचारी भी शामिल होनेवाले है. इस संदर्भ का ज्ञापन चामोर्शी तहसील संगठना की ओर से तहसीलदार को सौंपा गया. 

21 मार्च को दोपहर के अवकाश के दौरान कार्यालय के दरवाजे पर निदर्शने करना, मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपना व कार्यालय के परिसर में स्थिती दर्शानेवाला बैनर लगाना, 23 मार्च को काले फित लगाकर काम करना, दोपहर के अवकाश में घंटानाद कर प्रदर्शन करना, इसके बाद 28 मार्च को एक दिवस की हडताल इस पद्धति से आंदोलन जारी है. हडताल के दिन कर्मचारी सरकार के निषेध करने रक्तदान करेंगे, 4 अप्रैल से बेमियादी हडताल की चेतावनी भी ज्ञापन में दी गई है.

उक्त ज्ञापन नागपुर विभागीय कार्याध्यक्ष अमोल गव्हारे के मार्गदर्शन में तहसील राजस्व कर्मचारी संगठना के तहसील अध्यक्ष डी. के. वाडके, सचिव निमेश तोडसाम के प्रतिनिधि मंड़ल ने तहसीलदार को सौंपा. ज्ञापन पर चामोर्शी के अव्वल कारकून अमोल गव्हारे, डी. के. वालके, पी. आर. पेशट्टीवार, एन. आर. तोडसाम, राजस्व सहाय्यक अमोल गेडाम, वी. एम. डब्लू. मडावी, डी. सी सहारे, एन. एस. रापजी, चपरासी डी. जी. चांदेकर आदि कर्मचारियों के हस्ताक्षर है. 

धानोरा में भी सौंपा ज्ञापन

राजस्व विभाग के अव्वल कारकुन व मंड़ल अधिकारी इनकी बिते 2 वर्षो से नायब तहसीलदार के रूप में पदोन्नती प्रलंबित है. सरकार तत्काल पदोन्नती दे, इस मांग को लेकर धानोरा राजस्व कार्यालयीन कर्मचारियों द्वारा 20 मार्च से आंदोलन किया जा रहा है. जिसके तहत अब हडताल की जानेवाली है. इस संदर्भ में तहसीलदार एम. मुरूगानाथन के मार्फत सरकार को ज्ञापन भेजा गया. ज्ञापन सौंपते समय संगठना के अध्यक्ष चंदु प्रधान, कार्याध्यक्ष वनिश्याम येरमे, नायब तहसीलदार वाकुडकर, अव्वल कारकुन महानंदा मडावी, रंजना कुशुमवार, राजस्व सहाय्यक कविता नायडू, तुमरेटी, खोब्रागडे, मरसकोल्हे आदि उपस्थित थे.