गोंदिया

Published: Apr 15, 2023 11:22 PM IST

Weatherकिसानों के माथे पर चिंता के बादल, बदरीले मौसम से फसलें खराब होने की संभावना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

गोंदिया.  जिले में पिछले कुछ दिनों से कभी तेज धूप तो कभी बदरीला मौसम और बेमौसम बारिश के कारण किसानों के माथे पर मौसम के बदलते मिजाज से चिंता के बादल छाए हुए हैं. लगातार बादल छाए रहने के कारण रबी मौसम में बोई गई धान फसल के साथ ही सब्जी भाजी की फसलों पर तरह-तरह की बीमारियों का असर पड़ा है.

खरीफ सीजन ने किसानों को सूखे के साए में छोड़ दिया है और लगातार बारिश ने किसानों के खेतों में लगी फसल को साफ कर दिया है, जिससे बड़ी मात्रा में फसल और खेतों की खड़ी फसल नष्ट हो गई  थी.  लेकिन किसानों ने खरीफ सीजन की भरपाई के लिए रबी सीजन में बड़ी मात्रा में धान की फसल के साथ ही अन्य प्रकार की सब्जी भाजी की फसल लगाकर खरीफ सीजन के संकट को दूर करने का प्रयास किया. लेकिन बादल छाए रहने के कारण रबी की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.

लगातार बादल छाए रहने और कभी-कभी बेमौसम बारिश होने से किसान चिंतित हैं. ऐसे वातावरण के कारण फसलें विभिन्न रोगों से प्रभावित होती हैं और महंगे कीटनाशकों का उपयोग करके किसानों को उनकी रक्षा के लिए बहुत पैसा खर्च करना पड़ता है. किसान कड़ी मेहनत कर खेत में काम करते है और समय-समय पर फसलों की रखवाली कर रहे है.  लेकिन बादल छाए रहने से किसान एक बार फिर सूखे की चपेट में आ गए हैं, क्योंकि फसलें चौपट हो रही हैं.

खर्च अधिक, आमदनी कम 

बादलों के मौसम के कारण किसानों के खेतों में लगी फसलें तरह-तरह की बीमारियों से प्रभावित होती हैं और उन पर महंगी दवाओं का छिड़काव करना पड़ता है. इसलिए अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ रहा है और इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है कि खर्च के हिसाब से आमदनी निकलेगी या नहीं.