गोंदिया

Published: Jun 26, 2021 12:00 AM IST

Coronaकोरोना हारा है पर भागा नहीं, कोरोना से ठीक हुए लोगों को अपनी देखरेख करने की आवश्यकता

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

गोंदिया . कोरोना से ठीक होने के बाद भी अनेक लोग अब दूसरी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. कुछ थकान से तो कुछ सांस सबंधी परेशानी से जूझ रहे हैं. इस वजह से डाक्टरों की मानें तो पोस्ट कोविड केयर भी उतना ही जरूरी है जितना कोविड केयर. आपने जितना ख्याल कोविड 19 में रखा, बीमारी से ठीक होने के बाद भी कुछ हफ्तों या महीनों तक अपना उतनी ही सतर्कता से ख्याल रखें. नहीं तो छोटी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है.

इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कोविड 19 में शरीर के वह कौन से हिस्से या अंग हैं जो प्रभावित हो सकते हैं. अब भी अधिकांश लोग इसे सर्दी, जुकाम वाली बीमारी मानते हैं. आम लोगों को लगता है कि कोविड 19 में केवल फेफड़ों पर ही असर होता है लेकिन ऐसा नहीं है. इस वजह से धीरे-धीरे ही शरीर के दूसरे अंगों पर इसके असर के बारे में पता चल पा रहा है.

अब इस बात के सबूत हैं कि कोविड 19 बीमारी में दिल, दिमाग, मांसपेशियां, धमनियां और नसों, आंखे जैसे शरीर के कई दूसरे अंग पर भी असर पड़ता है. यही वजह है कि हार्टअटैक, डिप्रेशन, थकान, बदन दर्द, ब्लड क्लोटिंग और ब्लैक फंगस जैसी दिक्कतों का सामना लोग कर रहे हैं.

 

असामान्य लक्षण दिखने पर लें डॉक्टरों की सलाह

डाक्टरों के अनुसार कोविड 19 से ठीक होने के बाद भी शरीर के दूसरे अंगों में होने वाले बदलाव को लोग हल्के में नजरअंदाज न करें, बल्कि अधिक समय तक बदलाव बने रहने पर डाक्टरों की सलाह जरूर लें. सरकार का मानना है कि कोविड के मरीज घर पर रहकर ही ठीक हो जाते हैं. ये वह लोग होते हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन घर पर रहकर ठीक हुए लोगों के लिए पोस्ट कोविड 19 केयर जरूरी है. हल्के लक्षण वाले मरीजों को भी पूरी तरह ठीक होने में 2 से 8 हफ्तों का समय लग सकता है.

यह समय हर व्यक्ति के लिए अलग होता है. कमजोरी, एक साथ अधिक काम करने पर थकान, भूख न लगना, नींद बहुत आना या बिल्कुल न आना, शरीर में दर्द, शरीर का हल्का गर्म रहना, घबराहट कुछ ऐसे लक्षण हैं जो सौम्य मरीजों में आम तौर पर ठीक होने के बाद भी देखने मिलते हैं.