गोंदिया

Published: Jan 23, 2022 11:27 PM IST

Roadआमगांव -सालेकसा-दरेकसा मार्ग में गड्ढों का साम्राज्य, अनियंत्रित वाहनों से दुर्घटनाओं को आमंत्रण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

सालेकसा. आदिवासी बहुल क्षेत्र सालेकसा तहसील हमेशा चर्चा का विषय बनते जा रहा है. इन दिनों तहसील के अनेक मार्ग बुरी तरह बर्बाद हो चुके है. आमगांव -सालेकसा मार्ग अपनी जर्जरता पर आंसू बहा रहा है. अभी यह मार्ग बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है. जगह जगह रोडं से डामर उखडकर गड‍्ढों में तब्दील हो चुका है.

इस मार्ग से आवागमन करनेवाले नागरिक व वाहन चालक गड‍्ढों से बचने के चक्कर में अपना नियंत्रण खो बैठते है. जिससे इस मार्ग पर अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी है और आगे भी दुर्घटनाओं को आमंत्रण मिलने लगे है. सड़क पर हादसों से बचने के लिए नागरिकों को कड़ी मशक्कत  करनी पड़ रही है.

भारी वाहनों से मार्ग बर्बाद 

आमगांव – सालेकसा मार्ग छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश सीमा को सटा होने के कारण इस मार्ग से अनेक बडे वाहन टोल बचाने के चक्कर में इस रास्ते का उपयोग करते है. जिसके कारण अच्छी खासी रोड़ भी गड‍्ढों में तब्दील हो जाती है. डामरीकरण मार्ग की समय समय पर दुरुस्ती देखभाल होनी चाहिए लेकिन इस मार्ग की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है. जिससे नागरिकों ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है.

स्थानीय प्रशासन जनप्रतिनिधि कर रहे दुर्लक्ष 

सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है की पैदल चल रहे व्यक्ती को भी वाहनों का बड़ा खतरा मंडराने लगा है, जैसे गड‍्ढों को बचाने के कारण कहीं पैदल चल रहे व्यक्ती वाहन की चपेट में ना जाए. आंसू बहां रहे सड़कों को स्थानीय प्रशासन व क्षेत्र के जनप्रतिनिधि दुर्लक्ष कर रहे है मानो जैसे इस घटना से अंजान हो. आखिर इन समस्याओं की ओर कौन ध्यान देगा ? इस पर नागरिकों की नजरें लगी है. वहीं स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के कार्यों पर सवाल उठ रहे है. 

आमगांव से सालेकसा आते तक कावराबांध, गोवारीटोला, मुंडीपार, पानगांव इन जगह मानों रोड़ है ही नही, ऐसी दुर्दशा रोड़ की हो चुकी है. सालेकसा पहुंचते ही रोंढ़ा नदी से लेकर पेट्रोल पंप, सालेकसा बस स्टॉप, आयटीआय से होकर दरेकसा तक सड़के जर्जर हो चुकी है. ऐसे अनेक जगह रोड़ से डामबर उखडकर गिट्टी में तब्दील हो चुका है.  यह मार्ग मुख्य मार्ग है और नगर पंचायत सालेकसा क्षेत्र से गुजरते हुए जाता है. इस नगर पंचायत क्षेत्र से गुजरने वाली सड़क को मजबुती के साथ बनाया जाए. यह मार्ग मुख्य मार्ग होने से इस मार्ग से सभी स्थानीक अधिकारी, जनप्रतिनिधियों का अवागमन शुरू रहने के बाद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधि रोड़ के प्रति आंखे मुंदे बैठे हुए है. 

यह मुख्य मार्ग है, इस जर्जर रोड़ के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है, हमनें इस सड़क के बारे में शासन-प्रशासन को आवेदन व पत्र के माध्यम से तीन बार अवगत कराया है, राज्य सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देकर सड़क निर्माण कार्य की गति को आगे बढाए.

ब्रजभूषण बैस तहसील मनसे अध्यक्ष