गोंदिया

Published: Jul 06, 2020 01:43 AM IST

लॉकडाउनतहसील में शराब माफिया सक्रिय

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

सालेकसा. तहसील आदिवासी बहुल नक्सल दृष्टि से अति संवेदनशील के रुप में पहचानी जाती है. फिलहाल कोरोना संक्रमण से लॉकडाउन का लाभ उठाकर तहसील के शराब माफिया सक्रिय हो गए है. जिससे अनेक ग्रामों में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर हो रही है.इस ओर पुलिस प्रशासन का दुर्लक्ष है. लेकिन शराब विक्रेता चांदी काट रहे है. तहसील के साकरीटोला, कोटरा, लभानधारणी, मरकाखांदा, सालईटोला, भोईटोला, पठानटोला, भोईरटोला, बाम्हणी आदि सहित अनेक ग्रामों में भी बड़ी संख्या में अवैध शराब की बिक्री शुरु है.

विशेष बात यह है कि अनेक ग्रामों में संपूर्ण शराब बंदी ग्राम के फलक लगे हुए है. लेकिन वास्तविकता कुछ और ही नजर आ रही है. उक्त फलक केवल नाम के लिए लगाए गए है. जबकि संपूर्ण शराब बंदी वाले ग्रामों में अवैध शराब की बिक्री हो रही है. महात्मा गांधी विवाद मुक्त ग्राम अभियान समिति के पदाधिकारियों की शराब विक्रेताओं से साठगांठ है. जिससे शराब विक्रेताओं के हौसले बुलंद है.

इस ओर पुलिस प्रशासन को सतर्क रहकर कार्रवाई करना आवश्यक है. जबकि पुलिस विभाग बंदोबस्त के नाम पर शराब बिक्री की ओर अनदेखी कर रहा है. इसमें कुछ शराब विक्रेता तो बाकायदा पुलिस कर्मचारियों को शराब बिक्री की एवज में मंथली किश्त भी देते है. शराब विक्रेताओं की पुलिस विभाग के कर्मचारियों के साथ खुब बनती है. जिससे शराब माफिया अपना व्यवसाय बे रोकटोक कर रहे है. इसमें विशेष बात यह है कि पुलिस विभाग के कर्मचारी शराब विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करते है. इसके बाद वही शराब विक्रेता जमानत पर छुट कर आते है और पुन: शराब की बिक्री करने में जुट जाते है.