जलगांव

Published: Jul 10, 2022 05:39 PM IST

Health in Dangerपाचोरा शहर को दूषित जल आपूर्ति, नागरिकों की सेहत खतरे में

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पाचोरा : विकास निधि को लेकर जिले में जहां पाचोरा नगर परिषद (Pachora City Council) चर्चा में है, वहीं दूसरी ओर नगर परिषद बेहद लापरवाही से चल रही है। शहर के विकास के लिए विधायक को करोडों रुपए सरकार देती है। लेकिन पैसे लेने के बाद विधायक उन्हें खर्च क्यों नहीं करते एैसा सवाल यहां के नागरिकों द्वारा किया जा रहा है। नगर परिषद नागरिकों (Citizens) की बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान नहीं दे रहा है, एैसे में पाचोरा शहर के नागरिकों में रोष पाया जा रहा है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता नागरिकों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना है और करोड़ों रुपए की जलापूर्ति योजनाओं (Water Supply Schemes) और जल शोधन परियोजनाओं को सरकारी स्तर पर प्राथमिकता दी जाती है। 

क्या जलशुद्धीकरण यंत्रणा बंद कर दी गई?

लेकिन पचोरा के नागरिकों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है। दूषित पानी की निरंतर आपूर्ति नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। जिससे नगर निगम प्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग गया है। साथ ही स्वास्थ विभाग कुछ गुड गीला, कुछ बनिया ढीला जैसा दिखाई दे रहा है। शहर में वार्डवार जल वितरण प्रणाली है और हर आठ दिनों में पानी की आपूर्ति की जाती है। कई बार तो 12 से 15 दिन बाद पानी छोड़ा जाता है। जानकारों का मानना है कि अगर पानी को ज्यादा से ज्यादा छह दिन तक रखा जाए तो वह पीने लायक नहीं रहता। लेकिन नगर परिषद प्रशासन ऐसी बातों की अनदेखी कर रहा है। इस दोषपूर्ण जलापूर्ति व्यवस्था के कारण कुछ दुर्गम क्षेत्रों में महिलाओं को अपनी दैनिक मजदूरी के काम छोड़कर दो दिन घर पर ही रहना पड़ता है। नागरिक सवाल कर रहें है कि क्या जलशुद्धीकरण यंत्रणा बंद कर दी गई है। जो नागरिकों के गंदा पानी दिया जा रहा है? यदि हां, तो इसके समाधान की कोई योजना क्यों नहीं है ?

अतिक्रमण गंदे पानी की गंभीर समस्या

हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण, शहर के कई हिस्सों में नाले इतने भर गए हैं कि उनका पानी सडकों पर तालाब की तरह जमा हो गया है। शहर के अधिकांश हिस्सों में इन नालों के पानी से बने तालाबों और भारी कीचड़ से नागरिक परेशान हैं। कुछ इलाकों में पानी निकासी के लिए जगह नहीं है और शहर की सड़कें नालों में तब्दील हो रही हैं। इस तरह की विभिन्न समस्याओं को वर्तमान में नागरिकों का सामना करना पड़ रहा है। पचोरा नगर परिषद के मुख्य अधिकारी प्रशासक के रूप में कार्य कर रहे हैं एैसे में वह नागरिक सुविधाओं के महत्वपूर्ण मुद्दों पर कब ध्यान देंगे।