जलगांव

Published: Oct 13, 2022 06:23 PM IST

Jalgaon Newsजलगांव के फुले मार्केट में बढ़ा अतिक्रमण, महानगरपालिका उदासीन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

जलगांव : शहर के फुले मार्केट में दिनों दिन अतिक्रमण (Encroachment) बढ़ता ही जा रहा है, तो अतिक्रमणकारियों (Encroachers) में विवाद है, वहीं अतिक्रमण हटाने गए कर्मचारियों के बीच नोकझोंक भी हो रही है। दूसरी ओर जलगांव महानगरपालिका (Jalgaon Municipal Corporation) की मांग के बावजूद पुलिस की व्यवस्था नहीं की गई है। इसलिए अब कर्मचारी बिखर गए हैं।  जलगांव महानगरपालिका के अधिकारी सिर्फ आदेश दे रहे हैं और निष्क्रिय हैं, ऐसे में अतिक्रमण हटाने पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है। 

फुले मार्केट शहर का सेंट्रल मार्केट हब है, यहां खरीदारी के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन, इस बाजार में दुकानदारों का भी काफी अतिक्रमण है। त्योहार के दिनों में अतिक्रमण बढ़ जाता है। इससे नागरिकों को भी आवागमन में परेशानी हो रही है। इसलिए अतिक्रमण हटाने की मांग की जा रही है। फुले मार्केट में दो दिन से हो रहे अतिक्रमण पर नगर निगम कार्रवाई कर रहा है। जब तक कर्मचारी हैं अतिक्रमण करने वाले दुकानें नहीं लगाते हैं, लेकिन, जब वे उस जगह से होते हैं तो फिर से दुकानें लगाकर अतिक्रमण कर लिया जाता है। फुले मार्केट में यह खेल दिन भर चलता रहता है। 

अतिक्रमण हटाने में बाधा आ रही

बाजार में अतिक्रमणकारियों को हटाकर फूल फिर आ जाते हैं, इससे अतिक्रमणकारियों और कर्मचारियों के बीच नोकझोंक भी हो जाती है, कई बार तो अतिक्रमणकारियों ने कर्मचारियों को कुचल भी दिया है ,कर्मचारियों ने बताया कि बड़ा विवाद हुआ था, इसलिए पुलिस व्यवस्था की भी मांग की जा रही है। समय-समय पर नगर पुलिस स्टेशन को जलगांव महानगरपालिका विभाग का हद में आने वाले क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस सुविधा उपलब्ध कराने के संबंध में पत्र दिए जा चुके हैं, लेकिन पुलिस की व्यवस्था नहीं की गई। इससे अतिक्रमण हटाने में बाधा आ रही है। विशेष रूप से पुलिस विभाग फुले मार्केट से अतिक्रमण हटाने के लिए जलगांव को पत्र देता है। लेकिन, जलगांव महानगरपालिका की ओर से यह भी कहा गया कि कोई प्रावधान नहीं किया जा रहा है। 

पुलिस का सहयोग नहीं

पुलिस की ओर से फुले मार्केट और सेंट्रल फुले मार्केट में अतिक्रमण हटाने के लिए एक पत्र भी है। नागरिकों की भी मांग है, लेकिन अगर हम कार्रवाई करते हैं, तो अतिक्रमणकर्ता सीधे आते हैं। इसलिए, हमने एक पत्र दिया है जिसमें मांग की गई है। -सुनील ठाकुर (अधीक्षक, अतिक्रमण हटाओ विभाग, जलगांव महानगरपालिका)।