जलगांव

Published: Jun 24, 2020 04:59 PM IST

जलगांवमहाजन सहित 15 पर एफआईआर दर्ज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

कानून की धज्जियां उड़ाने के आरोप में 

ठाकरे सरकार के खिलाफ किया था आंदोलन

जामनेर. पूर्व मंत्री गिरीश महाजन समेत 15 व्यक्तियों पर कानून का उल्लंघन करने के आरोप में जामनेर पुलिस स्टेशन में एफ आई आर दर्ज कराई गई है. कोरोना वायरस को लेकर ज़िला अधिकारी ने धारा 144 और पांच व्यक्ति से अधिक लोगों पर बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया. महाजन ने मंगलवार को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए ठाकरे सरकार के विरोध में आंदोलन आयोजित किया था. गौरतलब है कि कोरोना उन्मूलन हेतु केंद्र की मोदी सरकार ने राज्य को 28 हजार करोड़ रुपये दिये हैं. उपज खरीद की मियाद तीन महीने तक बढ़ाई गई,  बावजूद इसके किसानों की उपज खरीदी नहीं जा रही है. ठाकरे सरकार के सभी मंत्री घरों में बैठकर कोरोना पर भाषण दे रहे हैं .कोई सड़क पर उतरकर काम करने को तैयार नहीं है. ठाकरे सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. 

सरकार को घेरने का प्रयास

इस तरह के आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ने आंदोलन के जरिये ठाकरे सरकार को घेरने की कोशिश की थी. महाजन ने कहा कि विकास योजनाओं का पैसा दूसरे मदों में लगाने से ठेकेदार परेशान हैं. उपज खरीद को लेकर दो बार मुख्यमंत्री को पत्र लिखा,  पर नतीजा शून्य रहा.

जलगांव में मृत्यु दर बढ़ी

महाजन के गृह जिले जलगांव में कोविड से मरनेवालों की संख्या सबसे अधिक है. विचारकों की राय में सरकार की आलोचना करने में समय गंवाने से बेहतर होता कि महाजन अपने GM फाउंडेशन की मदद से कोरोना के खिलाफ जारी जंग में योगदान देते. कपास और अन्य कृषि से जुड़े मामलों के विषय में बात करें और केंद्र सरकार महाराष्ट्र को माकूल मदद कर देती तो किसानो की परेशानी काफी कम हो जाती. विकास योजनाओं का फंड दूसरी ओर खर्च करने से ठेकेदारो को हो रही परेशानी पर महाजन की चिंता का कारण किसी स्कॉलर के लिए संशोधन का विषय हो सकता है. आंदोलन के बाद महाजन ने कलेक्ट्रेट पर मोर्चा निकलने की चेतावनी दी. सायबर सेल के मुताबिक सोशल साइट्स पर सबसे अधिक ट्रोल होने वाले नेताओं में महाजन शीर्ष स्थान पर हैं. आंदोलन के बाद महाजन समेत 15 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.