जलगांव

Published: Apr 07, 2021 11:30 PM IST

Coronavirusमालमाथा, काटवान, साक्री में मिले एकसाथ 150 से अधिक पॉजिटिव मरीज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

साक्री. साक्री तहसील (Sakri Tehsil) में कोरोना (Corona) से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं पॉजिटिव मरीज प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तहसील के हर कोने से मिल रहे हैं। तहसील क्षेत्र के मालमाथा, काटवान, साक्री और में  एकसाथ 150 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज (Corona Positive Patient) मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आया और फुर्ती से कंटेनमेंट का आदेश जारी किए हैं, लेकिन जनता की ओर से उतनी प्रतिक्रिया नहीं मिली। नागरिकों ने ठेंगा दिखाकर प्रतिबंधित इलाकों में आवागमन जारी रखा है। एक तरह से सरकार के निर्देशों की साक्री तहसील क्षेत्र में नागरिकों द्वारा उपेक्षा की जा रही हैं।

5 अप्रैल सोमवार से 30 अप्रैल तक आवश्यक वस्तु की दुकानों को छोड़कर सार्वजनिक रूप से दुकानों को बंद करने के निर्देशों के पालन के लिए प्रशासन हरकत में आया। शहर में नगर पंचायत के मुख्याधिकारी तथा पुलिस को सड़क पर उतरकर दुकानें बंद करवानी पड़ी। बुधवार से स्कूलों और कॉलेजों को भी शिक्षा विभाग द्वारा बंद कर दिया गया।

बढ़ रहा कोरोना का प्रकोप

शहर अभी कोरोना प्रकोप का बेतहाशा फैलाव हो रहा है। पोला चौराहा, विद्यानगर, शिवाजी नगर, महावीर नगर, सुशीला नगर, रुपाई नगर, कर्मवीर नगर, रामजीनगर, सावरकर नगर, एसटी कालोनी, बंजारा टांडा, पांझरा कालोनी, अरिहंत नगर और पुराना शहर  मिलकर कोई 65 से ज्यादा मरीज कोरोना के चपेट में पाए गए। तहसील में शेनपुर, भाड़ने, पेरेजपुर, बेहेड, छाईल, गणेशपुर, कावठे, प्रतापपुर, भामेर, धमनार, छड़वेल (प) दुसाने, होडदाने, नवडने, उंभर्टी, कासारे, धाडणे, जैताने, निजामपुर, वाजदरे, डोमकानी, उभरांडी, कावठे,  म्हसाले, म्हसदी, वसमार आदि गांवों में 88 मरीज निकले थे। इसके चलते तहसीलदार प्रवीण चव्हाणके ने कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया है।

पुलिस ने बंद कराई दुकानें

साक्री शहर के उपनगर और गांवों में कड़े निर्देश लागू करने की घोषणा की थी। चूंकि लोगों को सूचना नहीं मिलने से निर्देश लागू करने के 2 दिन बाद भी शहर में कही भी कंटेनमेंट जैसा माहौल नजर नहीं आया। आखिरकार शहर के मुख्याधिकारी देवेंद्र परदेशी ने पुलिस की सहायता लेते हुए। दुकानें बंद करवाई। अभी सब्जी मंडी, जीवनावश्यक किराना, स्वास्थ्य विभाग, डॉक्टर और दवाई  की दुकानें खुली है। शेष सभी वस्तुओं की दुकानों को बंद कर दिया गया है, लेकिन जिनकी दुकानें बंद रखी गई हैं। वे व्यवसायी प्रशासन के उक्त कदम से खुश नहीं हैं।