जलगांव

Published: Aug 23, 2022 05:43 PM IST

Protest पानी नहीं मिलने पर महिलाओं ने टंकी पर चढ़कर किया आंदोलन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

धूलिया : शहर में पिछले 10 से 11 दिनों से नल सूखे पड़े है। नलों (Taps) में पानी (Water) नहीं आने से शहर की महिलाऐं (Women) में गुस्सा भरा हुआ था। इस बात से गुस्साई महिलाओं का नेतृत्व करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता प्रभादेवी परदेशी सीधे पानी की टंकी (Water Tank) पर चढ़ गई। परदेशी, नलों के ना आने से आंदोलन करते हुए क्षिरे कॉलनी की नई निर्मित पानी की टंकी पर चढ़ गई और महानगरपालिका (Municipal Corporation) को जागृत करने के लिए शोले स्टाईल में आंदोलन किया। धूलिया महानगरपालिका के अनियोजित और ढुलमुल शासन को रोका नहीं जा रहा है, लेकिन देवपुर समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में पेयजल की योजना एक बार फिर धराशायी हो गई है। वार्ड नं 4 और 5 के निवासियों का आरोप है कि क्षेत्र में 10-11 दिनों से नलों से पानी नहीं आ रहा है। क्षिरे कॉलनी, परिमल कॉलनी, गिता कॉलनी की महिला और पुरुषों ने पानी के लिए सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता प्रभादेवी परदेशी के नेतृत्व में क्षिरे कॉलन की नई निर्मित पानी की टंकी पर चढ़ कर आंदोलन किया। 

11-11 दिन से इलाकों में पानी नहीं 

इस दौरान गुस्साई महिलाओं ने महानगरपालिका के खिलाफ नारेबाजी की और वार्ड के पार्षदों से जवाब मांगा। इस मौके पर प्रभादेवी परदेशी ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, क्षेरे कॉलोनी और आसपास के इलाकों में 11-11 दिनों से पानी नहीं आ रहा है और लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्षदों से पूछा जाए तो कोई जवाब नहीं मिलता है। महानगरपालिका के ओवरसियर भी कोई जवाब नहीं देते हैं। आज भी पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया कि पाइप लाइन फटने से जलापूर्ति में देरी होगी। इस क्षेत्र की कई कॉलोनियों में सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारी अपने परिवार के साथ रह रहे हैं, कई वरिष्ठ नागरिक, बूढ़ी महिलाएं हैं उनके लिए पानी के लिए भटकने का समय आ गया है। 

सड़कों पर धरना प्रदर्शन करेंगे 

परदेशी ने कहा कि महानगरपालिका के इस बेशर्म प्रबंधन की जवाबदेही मांगने के लिए आज मेरे साथ महिला बहनों को सीधे पानी की टंकी पर धरना देना पड़ रहा है। लोगों की पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम अब सड़कों पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले भी महानगरपालिका में आंदोलन करके रास्ता जाम कर दिया गया था। अब हमें एक बार फिर हड़ताल करनी होगी। प्रभादेवी परदेशी ने चेतावनी दी कि अगर पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो विरोध कर महानगरपालिका पर हड़ताल की जाएगी। 

इस मौके पर मनोहर पंडीत, प्रमोद शिनकर, दिलीप जाधव, पुजा चौधरी, कल्पना पाटील, सुरेखा पाटील, सुरेखा सुर्यवंशी, सुनिता श्रॉप, गजानन भदाणे, अशोक भदाणे, दगा चौधरी, टी एस चंद्रात्रे, हेमंत भदाणे, महेश भंडारी, पप्पु पाटील, अमोल पवार, आर के बाविस्कर, महेंद्र कुळकर्णी, देवेंद्र भामरे, कुणाल सुर्यवंशी, योगेश पाटील आदी आंदोलन में सहभागी हुए। 

पाइप लाइन बार-बार कैसे फूटती है?

धूलिया महानगरपालिका की जलापूर्ति योजना की पाइप लाइन टूटने का कारण अक्सर बताया जाता है। तापी योजना की पाइप लाइन फटने के कारण जलापूर्ति ठप है। लेकिन इतने करोड़ रुपए खर्च करने वाली पाइप लाइन बार-बार कैसे फटती है? प्रभादेवी परदेशी ने यह प्रश्न पूछा। क्या महानगरपालिका अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत है? क्या पाइप लाइन तोड़कर बिल निकाले जा रहे हैं? महानगरपालिका के अधिकारी और शासक लोगों को परेशान कर अपनी जेब भरने का धंधा बंद करें। अन्यथा, लोगों को सबक के बिना नहीं छोड़ा जाएगा 1 यह चेतावनी प्रभादेवी परदेशी के साथ नागरिकों ने भी दी।