महाराष्ट्र

Published: Nov 23, 2022 01:45 PM IST

Maharashtra-Karnataka Border Issueमहाराष्ट्र की जमीन पर कर्नाटक सरकार की नजर, सांगली के गांवों पर बताया दावा, शिवसेना और NCP ने जताया एतराज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र को लेकर कई बड़ी बातें सामने आती है जिसपर हर जगह चर्चा होती है। ऐसे में शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे (Maharashtra-Karnataka Border Issue) का समाधान खोजने के लिए एक समिति का गठन किया है। लेकिन, इस बात पर कर्नाटक सरकार ने आपत्ति जताई है। अब कर्नाटक ने एक नई खुराफाती  की है। जी हां दरअसल सीमा मुद्दे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि कर्नाटक सरकार सांगली के जाट तालुका पर दावा करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। आइए जानते है पूरी खबर… 

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा… 

कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र के सांगली जिले के जाट तालुका के 40 गांवों पर दावा किया है। बोम्मई ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र जाटों के 40 गांवों के संकल्प पर गंभीरता से विचार करे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुलासा किया था कि सांगली जिले के जाट तालुका के 40 गांव पानी के मुद्दे पर कर्नाटक में शामिल होना चाहते हैं। जिसके बाद अब उन्होंने यह बड़ा बयान दिया है। इसलिए, यह स्पष्ट है कि कर्नाटक ने महाराष्ट्र में जाट तालुका पर आंख मूंद ली है।

दावे पर शिवसेना और NCP का कड़ा ऐतराज 

प्रदेश में बेहद कमजोर और हताश सरकार बैठी है। वे महाराष्ट्र को नहीं जानते, वे महाराष्ट्र को नहीं समझते। उन्होंने इस मामले में किन बिंदुओं पर चर्चा की? वे इस विभाग के मंत्री हैं। उन्होंने घोषणा की कि वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री के साथ चर्चा करेंगे या प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करेंगे। अब कर्नाटक ने जीत का दावा किया है। कर्नाटक में भाजपा का शासन है। राज्य में मिंधे सरकार का नेतृत्व भी भाजपा कर रही है। कोई मुंबई को तोड़ना चाहता है, कोई राज्य के गांवों और जिलों को तोड़ना चाहता है। यह काम पिछले साढ़े तीन साल से चल रहा है। ये हमारे मुख्यमंत्री अपने 40 विधायकों को लेकर गुवाहाटी जा रहे हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत ने शिंदे सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जब तक वे वहां से नहीं आए तब तक उन्होंने एक जिले पर दावा नहीं किया।

संजय राउत ने कहा…

जिस तरह से सरकार आई है। देश के राजनीतिक लुटेरों को लग रहा है, महाराष्ट्र अपने बंधन तोड़ रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया जा रहा है। राज्यपाल कर रहे हैं, भाजपा नेता कर रहे हैं। मुख्यमंत्री उन पर कुछ नहीं कह रहे, उपमुख्यमंत्री फडणवीस उनका समर्थन कर रहे हैं। बेलगाम का सवाल तो दूर की बात है कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने सांगली के गांवों पर दावा किया है। राउत ने यह भी कहा कि जब तक इस सरकार को बेदखल नहीं किया जाता या महाराष्ट्र को पांच हिस्सों में नहीं बांटा जाता तब तक केंद्र सरकार और उसकी करतूत का अस्तित्व नहीं रहेगा।

महाराष्ट्र सरकार खामोश 

तो, कर्नाटक के वही मुख्यमंत्री, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया था, अब जाट तालुका के गांवों पर सीधे दावा करने का साहस रखते हैं। राकांपा विधायक रोहित पवार ने आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ सीमा क्षेत्र का मुद्दा वर्षों से लंबित है, वहीं दूसरी तरफ हमारी सरकार कर्नाटक सरकार की इस नई भूमिका को लेकर खामोश है।