महाराष्ट्र

Published: Jun 27, 2021 01:34 PM IST

Coronaमहाराष्ट्र: जिन 21 में मिला था डेल्टा+ वैरिएंट, उनमें से किसी ने नहीं लगवाई थी कोरोना वैक्सीन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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मुंबई. एक बड़ी खबर के अनुसार महाराष्ट्र (Maharashtra) के जिन 21 लोगों में अब तक कोरोना (Corona) के डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) से संक्रमण की पुष्टि हुई थी, उनमें से किसी ने भी अब तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) नहीं लगवाई थी! इस मुद्दे पर अब महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ। प्रदीप अवाते ने बताया कि अब भी सभी मरीजों के बारे में मालुमात ली जा रही है।

डॉ. प्रदीप अवाते ने आगे कहा कि अब तक जितनी भी इनफार्मेशन मिली है, उसमें ये बात पता चला है कि उनमें से किसी ने भी अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई थी। वहीं इनमे से 3 मरीज तो ऐसे भी थे, जिनकी 18 साल से कम उम्र थी और वे वैक्सीन लगवाने के पात्र नहीं थे। अब महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट से प्रभावित सभी 5 जिलों में ऐहतियातन मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव चलाने की शुरुआत की जा रही है।

रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में अलर्ट जारी : 

इधर राज्य के नैशनल हेल्थ मिशन के आयुक्त एन रामास्वामी का कहना है कि जल्द ही प्रभावित 5 जिलों में कोरोना वैक्सीनेशन के बड़े अभियान की भी शुरुआत होगी। गौरतलब इससे पहले महाराष्ट्र के रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिले मेंबड़ी संख्या में कोरोना मरीज मिले थे जो कि डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित थे।

क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट?

दरअसल कोरोना का ही वैरिएंट डेल्टा प्लस बेहद संक्रामक ‘डेल्टा वैरिएंट’ का ही बदला हुआ रूप है। बता दें कि भारत में दूसरी लहर के लिए डेल्टा को ही जिम्मेदार माना जाता है। वहीं डेल्टा प्लस वैरिएंट (B.1.617.2.1) डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) में ही आए बदलाव से बना है। डेल्टा वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में आए एक बदलाव (म्यूटेशन) के कारण फिर ये डेल्टा प्लस बना।

क्या हैं इसके लक्षण?

इस नए वैरिएंट डेल्टा प्लस के चलते मरीज में पेटदर्द, जी मिचलाना, उलटी, भूख न लगना, सुनने की क्षमता कम होना, जोड़ों में दर्द जैसी बड़ी दिक्कतें देखी गई हैं।

डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन है कितनी प्रभावी?

डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, इसको लेकर फिलहाल भारत में ICMR अभी स्टडी कर रहा है। हालांकि, डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन का असर जानने के लिए फिलहाल और अधिक डाटा की जरूरत होगी। चूंकि, दुनियाभर में अभी डेल्टा प्लस संक्रमण के मामले अभी काफी कम हैं ऐसे में इस पर वैक्सीन के प्रभाव का पता लगाने में अभी थोडा और समय लगेगा। फिलहाल तो इस बात के भी कोई सबूत नहीं है कि इसका संक्रमण बढ़ भी रहा है।