मुंबई

Published: Mar 29, 2024 07:07 PM IST

No Water cuts in Mumbaiएक तरफ पानी ही पानी दूजी तरफ अकाल, परेशान जनता बूझ न पाए कैसा ये मायाजाल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
प्रतीकात्मक तस्वीर

सैय्यद जाहिद अली@नवभारत 
मुंबई: मुंबई में इस गर्मी पानी की कटौती के कारण जनता को पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जलाशयों में पानी की कमी के चलते बीएमसी ने मार्च की शुरुआत में ही जलापूर्ति में 10 प्रतिशत की कटौती का संकेत दिया था। हालांकि बीएमसी ने कटौती अभी नहीं की है फिर भी अप्रैल की शुरुआत से पहले ही मुंबई करों को पानी की किल्ल्त महसूस हो रही है, क्योंकि मुंबई के कई इलाकों में एक ही जगह के दो हिस्सों में पानी की आपूर्ति में भेदभाव देखने को मिल रहा है। कहीं पानी भरपूर आ रहा है तो कहीं लोग पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। धारावी में निचले इलाकों में जोरदार पानी आ रहा है। तो वहीं 90 फीट रोड के दूसरी तरफ पानी की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। ऐसा क्यों हो रहा है इसका जवाब ढूंढने में जनता असमर्थ है और बेहद परेशान नज़र आ रही है।  

टैंकरों से मंगाना पड़ रहा है पानी 
एशिया की सबसे घनी बस्ती धारावी पानी की किल्लत से अछुती नही है। खबर के मुताबिक बृहनमुंबई महानगर पालिका ने 10 प्रतिशत पानी की कटौती की बात की थी मगर उस कटौती को लागू नहीं किया है। बीएमसी का दावा है कि मुंबई में पानी की कटौती नहीं की जाएगी। लेकिन फिर भी जनता को लगा रहा है कि पानी की कटौती की गई है। लोगो के मुताबिक धारावी में एक तरफ तो पानी की कटौती साफ नज़र आ रही है। लोग पानी के लिये टैंकरों पर आश्रित हो गए हैं। लोग मिलजुल कर पैसा जमा कर वाटर सप्लायर से पानी के टेंकर मंगवा रहे हैं। तो दूसरी तरफ निचले इलाकों जैसे कमला नेहरु नगर, ट्रान्ज़िट कैंप, कुंभारवाड़ा, साईबाबा नगर, मछली गली, केला बखार और धोबी घाट पर पानी भर पूर आ रहा है। वैसे यहां के लोगों का कहना है कि यहां पानी सुबह 7 बजे से दोपहर 11 बजे तक आता है। पाईप लगा कर लोग कपड़े धो रही कुछ महिलाओं का कहना है कि यहां लोगों ने मोटर लगाया है, इसलिये यहां पानी भरपूर आता है। 

90 फीट रोड के दूसरी तरफ पानी की किल्लत
सन्त रोहिदास मार्ग, सायन बांद्रा लिंक रोड, सायन स्टेशन से राजीव गांधी नगर, माहिम फाटक, टी जंक्शन से बालाजी नगर, राजेन्द्र प्रसाद नगर, बड़ी मसजिद और शाहू नगर में लोगों को पानी कटौती की मार झेलनी पडती है, कभी-कभी तो नल सूखे ही रहते हैं, इलाके सूखे जैसी स्थिति है।  इस वजह से उन्हे मिलकर पानी के टेंकर मंगाने पड़ते हैं। 90 फीट के दक्षिण की ओर अधिकांश इमारते हैं। जहां पानी का दबाव कम होने के कारण पानी उंचाई पर चढ़ नहीं पाता, लोगों को पानी टेंकर से भरकर अपने रूम तक ले जाना पडता है। मनपा का अशोक मिल कंपाउंड स्थित जल नियन्त्रण कार्यालय निर्माण कार्य के चलते सूना पडा रहता है, अधिकारी आते नहीं और जो आते हैं वो अपनी जगह पर टिकते नहीं। 

दया कांबले (पुर्व मनपा कर्मी) का कहना है कि पानी की परेशानी सभी को हो रही है। धारावी ही नहीं पूरे राज्य में पानी की कमी है। पानी कम आने पर भी लोग शांतिपूर्वक रहते हैं, इमारतों में ज्यादा ही पानी की किल्लत है, लेकिन जो हाल सब का वही हाल हम सब का की सोच वाले यहां अधिक हैं, मनपा की भी अपनी मजबूरी है।