मुंबई

Published: Nov 01, 2021 06:45 PM IST

Mumbai-Ahmedabad Bullet Trainबुलेट ट्रेन के काम में आएगी तेजी, बीकेसी से शिलफाटा टेंडर प्रक्रिया शुरू

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई:  पीएम मोदी (PM Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट (Dream Project) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन (Mumbai-Ahmedabad Bullet Train) का काम गुजरात (Gujarat) में फ़ास्ट ट्रैक पर चल रहा है। महाराष्ट्र में स्लो पड़े काम में तेजी लाने का काम भी शुरू हो गया है। नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) से कल्याण शिलफाटा  (Kalyan Shilphata) तक 21 किलोमीटर लंबे मार्ग  के लिए टेंडर प्रक्रिया (Tender Process) शुरू की है। अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना महाराष्ट्र (Maharashtra) से 155.76 किमी, गुजरात से 384.04 किमी और दादरा-नगर हवेली से 4.3 किमी की दूरी तय करेगी। महाराष्ट्र में मात्र 31 फीसदी, गुजरात में 97 फीसदी और दादरा-नगर हवेली में 100 फीसदी भूमि अधिग्रहण हो चुका है।

महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन के लिए कुल 432.67 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है और अब तक  केवल 134.31 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया है। अहमदाबाद से मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम जोर पकड़ रहा है। एनएचएसआरसीएल के माध्यम से चल रहे बुलेट ट्रेन के काम में गति लाने के लिए महाराष्ट्र से रेल राज्य मंत्री रावसाहब दानवे और गुजरात से दर्शन जरदोस को लगाया गया है।

बीकेसी से भूमिगत मार्ग होगा

नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स से कल्याण शिलफाटा तक 21 किलोमीटर एक भूमिगत मार्ग होगा और ठाणे खाड़ी से होकर गुजरेगा। ठाणे क्रीक से करीब 7 किमी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए  सर्वे का काम पूरा हो गया है। नई ऑस्ट्रियाई पद्धति का उपयोग कर यह काम किया जाएगा। काम तीन चरणों में किया जाएगा।

508 किमी लंबा मार्ग

 मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन मार्ग 508 किमी लंबा है और बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स से शुरू होगा। नेशनल हाई स्पीड रेलवे कॉरपोरेशन ने जानकारी दी है कि जल्द ही इस स्टेशन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। देश की पहली हाइस्पीड ट्रेन चलाए जाने का निर्णय मोदी सरकार ने वर्ष 2015 में लिया था। सितंबर 2017 में पहली बार इस परियोजना पर काम शुरू हुआ। परियोजना के लिए महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण को लेकर शुरू से ही अड़चने आ रहीं हैं। जमीन का 28 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र में है, जबकि गुजरात में 97 फीसदी हिस्से और दादरा नगर हवेली में शत-प्रतिशत हिस्से पर अधिग्रहण हो चुका है। फिलहाल, वापी से अहमदाबाद के बीच तेजी से काम जारी है। 2026 से दौड़ेगी बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी।

नवसारी में सबसे भारी गर्डर लांच

बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए गुजरात के नवसारी कास्टिंग यार्ड में 40 मीटर स्पैन के एक और फुल स्पैन प्री-स्ट्रेस्ड कंक्रीट  बॉक्स गर्डर की कास्टिंग की गई। इस दौरान रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश उपस्थित रहीं, उन्होंने एनएचएसआरसीएल और एलएंडटी की टीम की सराहना की। 40 मीटर स्पैन का पीएससी बॉक्स गर्डर का वजन लगभग 970 मीट्रिक टन है, जो भारत में सबसे भारी पीएससी बॉक्स गर्डर है।। सुपरस्ट्रक्चर के लिए अधिकांश गर्डर 30,35 और 40 मीटर लंबे पूरे स्पैन के होंगे, सेगमेंटल गर्डर की तुलना में फुल स्पैन गर्डर सात गुना तेज लॉन्चिंग होता है। इसके लिए 23 कास्टिंग यार्ड विकसित किए जा रहे हैं, जो 16 से 93 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और हाई-स्पीड रेल एलाइनमेंट के निकट है। एक महीने में लगभग 300 फुल स्पैन बॉक्स गर्डर कास्टिंग और लॉन्चिंग की जा सके। एलएंडटी  352 किमी में से, 325 किमी लंबाई के लिए कार्यकारी एजेंसी है।