मुंबई

Published: Nov 16, 2021 10:06 PM IST

Letterमुंबई कांग्रेस में फिर बढ़ी कलह, जानें क्या है पूरा मामला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुंबई कांग्रेस (Mumbai Congress) में एक बार फिर अन्दुरुनी कलह बढ़ गई है। मुंबई यूथ कांग्रेस (Mumbai Youth Congress) के अध्यक्ष और विधायक जीशान सिद्दीकी (MLA Zeeshan Siddiqui) ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) को शिकायती पत्र (Complaint Letter) लिखा है। उन्होंने कहा कि रविवार को मुंबई कांग्रेस ने देश में बढ़ती हुई महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा निकाला था। जीशान का आरोप है कि इस दौरान भाई जगताप (Bhai Jagtap) ने उनके साथ बदतमीजी और धक्का-मुक्की की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि उनके प्रति जगताप का रवैया इसी तरह से आक्रामक रहता है। जीशान ने जगताप पर अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया है। उन्होंने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से जगताप के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। इससे पहले भी जगताप के रवैए को लेकर जीशान ने कांग्रेस हाईकमान को पत्र लिखा था।

जीशान को राजगृह में जाने से रोका

रविवार को निकाले गए इस मोर्चे की शुरुआत बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के दादर स्थित निवास स्थान राजगृह से हुई थी। इस पदयात्रा में भाग लेने के लिए दिल्ली से एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी एच.के. पाटिल समेत प्रदेश कांग्रेस के कई सीनियर नेता पहुंचे थे। जीशान का आरोप है कि जब वे राजगृह के अन्दर जाना चाहते थे तो भाई जगताप और उनके करीबी नेता सूरज सिंह ठाकुर ने उन्हें रोक दिया। जीशान से कहा गया कि अन्दर सिर्फ दस लोगों को जाने की अनुमति है। ऐसे में उन्हें इंट्री नहीं मिलेगी। जीशान का यह भी आरोप है कि उन्हें मोर्चा के लिए लाई गई गाड़ी पर भी चढ़ने से रोक दिया गया। इससे नाराज होकर जीशान पदयात्रा बीच में ही छोड़ कर चले गए थे।

सूरज के साथ छत्तीस का आंकड़ा

जीशान सिद्दीकी, कांग्रेस के पूर्व विधायक और मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं। वे बांद्रा पूर्व से कांग्रेस विधायक भी हैं। हालांकि मुंबई यूथ कांग्रेस चुनाव के दौरान जीशान की उनके कट्टर प्रतिद्वंदी सूरज सिंह ठाकुर के साथ जम कर लड़ाई हुई थी। इस चुनाव में जीत के बाद जीशान को मुंबई यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वहीँ सूरज को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन सूरज ने जीशान के साथ काम करने से इनकार करते हुए इस पद से इस्तीफा दे दिया। इस बारे में सूरज ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को शिकायती पत्र भी लिखा था। इसके बाद से जीशान और सूरज के बीच छत्तीस का आंकड़ा है।