मुंबई

Published: Nov 03, 2021 09:05 PM IST

Diwali 2021कोरोना काल में दिखा दिवाली का उमंग, जानें कब है दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: कोरोना (Corona) प्रतिबंधों में छूट मिलने से दिवाली (Diwali)के मौके पर मुंबई शहर (Mumbai City) और उपनगरों (Suburbs) के बाजार गुलजार रहे।  मंदी और महंगाई से बेखबर लोगों ने बाजारों में जमकर खरीददारी की।  गुरुवार को दिवाली (Diwali) मनाई जाएगी, जिसको लेकर बुधवार को मुंबई (Mumbai) के सबसे बड़े मार्केट दादर (Dadar) के अलावा लालबाग, कालबादेवी, घाटकोपर, अंधेरी, गोरेगांव सहित अन्य इलाकों में छोटी-बड़ी सभी दुकानों में भारी भीड़ देखी गयी।  लोग देर रात तक दीए, मिठाई, बर्तन, कपड़े, कंदील के साथ ही तोरन की खरीददारी करते देखे गए।  दिवाली पर कोरोना और महंगाई का असर देखने को नहीं मिला यूं कहें तो आस्था के आगे महंगाई हार गयी।   

हिंदुओं के बीच दिवाली सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है।  दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, इस त्योहार को रोशनी के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है।  त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की जीत, अज्ञान पर ज्ञान, बुराई पर अच्छाई और निराशा पर आशा की जीत का प्रतीक है।  ज्यादातर जगहों पर दिवाली पांच दिनों तक मनाई जाती है।  धनतेरस के दिन से दिवाली का त्योहार शुरु हो जाता है।  उसके बाद नरक चतुर्दशी को यम के नाम का दीपक जलाने की परंपरा है।   

दिवाली पर प्रकाश और लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व 

दिवाली पर प्रकाश और लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है।  शास्त्रों के अनुसार लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में किया जाना सबसे शुभ माना गया है। प्रदोष काल का मतलब सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त से होता है।  इसके अलावा प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन करना सर्वोत्तम माना गया है।  माना जाता है कि स्थिर लग्न में की गई पूजा-आराधना में माता लक्ष्मी वहां पर अवश्य अपने कुछ अंश के रूप में निवास करने लगती हैं।   

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त