मुंबई
Published: Oct 06, 2023 02:19 PM ISTGoregaon Building Fireगोरेगांव आग की घटना में मृतक के परिजन को 5 लाख के मुआवजे का एलान
- राष्ट्रपति ने घटना पर जताया दुःख
- मृतक के परिवार को मुआवजे का एलान
- घटनास्थल पर पहुंचे मंगल प्रभात लोढ़ा
मुंबई: मुंबई (Mumbai) के गोरेगांव (Goregaon) में एक बिल्डिंग में आग लगने की घटना में कुल 51 लोग घायल हुए। अब तक 7 लोगों की मौत की खबर है। जबकि 5 लोगों की हालत गंभीर है, 35 लोगों का इलाज चल रहा है और 4 घायलों को छुट्टी दे दी गई है। वहीं इस दर्दनाक घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे BMC कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा, हमारे पास मौजूद जानकारी के मुताबिक आग कल रात 3 बजे लगी। तड़के 3.10 बजे दमकल की गाड़ियां वहां पहुंचीं, आग सबसे पहले इमारत की दो मंजिलों पर फैली थी। लोगों की मृत्यु जलने से नहीं दम घुटने से हुई क्योंकि वहां घना धुआं फैला हुआ था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये (Rs 5 lakh) का मुआवजा देने का ऐलान किया है
राष्ट्रपति ने घटना पर जताया दुःख
घटना पर महामहिम राष्ट्रपति ने कहा, मुंबई के गोरेगांव क्षेत्र में एक इमारत में आग लगने से हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में बच्चों और महिलाओं समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखदायक है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती हूँ और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
मृतक के परिवार को मुआवजे का एलान
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है सोशल मीडिया पोस्ट पर एकनाथ शिंदे ने गोरेगांव की इस घटना को अत्यंत दुखदाई बताया और उन्होंने जानकारी दी कि वह मुंबई पुलिस आयुक्त और महानगरपालिका आयुक्त से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने मुंबई के प्रभारी मंत्री को घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है।
घटनास्थल पर पहुंचे मंगल प्रभात लोढ़ा
गोरेगांव में लगी आग वाले घटनास्थल पर मंगल प्रभात लोढ़ा पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया है वह मुख्यमंत्री से संपर्क में बने हुए हैं और मुख्यमंत्री ने ने उन्हें घटना स्थल पर जाने का निर्देश दिया था। मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा, “…मृत्यु धुएं के कारण हुई है… कमेटी बनाई जाएगी, इसकी शाम को घोषणा की जाएगी… चूक तो हुई है, लेकिन इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है यह कहना अभी ठीक नहीं होगा। अभी गलतियां निकालने का समय नहीं है, अभी घायलों का सही इलाज कराने का समय है।”