मुंबई

Published: Aug 07, 2020 06:52 PM IST

अंकुशअवैध फेरीवालों पर मनपा का अंकुश नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नालासोपारा. वसई-विरार मनपा क्षेत्र के पूर्व और पश्चिम के ज्यादातर इलाकों में सड़क किनारे अवैध फेरीवालों का कब्जा है. इनके द्वारा खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन रोकने में वीवीसीएमसी अधिकारी खुद को लाचार महसूस कर रहे हैं, या उन्हें हटाने की उनकी नियति नहीं है. यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि फेरीवालों पर कार्रवाई न करने के लिए अधिकारियों और स्थानीय नेताओं का दबाव है.

रोजाना मिल रहे करीब 200 कोरोना मरीज

गौरतलब है कि इन दिनों नालासोपारा, विरार और वसई पूर्व इलाकों को मिलाकर रोजाना लगभग 200 कोरोना पाजिटिव मरीज पाये जा रहें हैं. वसई- विरार मनपा इन इलाकों की इमारतों को सील कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जा रही है. किसी को इस बात का ध्यान नहीं है कि फेरीवालों के बैठने और गदंगी फैलाने से यह संक्रामक रोग और तेजी से फैल रहा है. मनपा के इस नजरअंदाज करने वाले रवैये का असर है कि क्षेत्र के ज्यादातर गली चौराहों पर इनका साम्राज्य है जिसके कारण लोगों की भारी भीड़ लग रही है.  

सेनिटाइजेशन सेंटर बना आरामगाह

 कुछ समय पहले नालासोपारा के तुलिंज स्थित ओवरब्रिज के नीचे मनपा ने लाखों रुपए खर्च कर एक सार्वजनिक सेनिटाइजेशन सेंटर का निर्माण कराया था, जो इन दिनों फेरीवालों के आराम करने और सामान रखने के काम में आ रहा है. निर्माण के बाद उसकी सुधि लेने के लिए कभी दोबारा मनपा अधिकारी या कर्मचारी वहां नहीं गए, जिसके परिणाम स्वरूप वह इन दिनों एक कबाड़ के रूप में पड़ा है.उसमें सेनेटाइजर, साबुन और पानी के लिए लगाई गई टोटी भी गायब है. मजे की बात तो यह है कि उस स्थान से चन्द कदम की दूरी पर ही तुलिंज पुलिस स्टेशन है.इसके बावजूद उसमें लगी टोटी चोरी चली गई.