मुंबई

Published: Sep 15, 2022 08:00 PM IST

Mumbai Corona Updateवैक्सीन की दोनों डोज वाले हो रहे ज्यादा कोरोना संक्रमित, जीनोम सिक्वेंसिंग के 288 नमूनों से हुआ खुलासा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुंबई (Mumbai) में भले ही कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या पूरी तरह से नियंत्रित हो गई है, लेकिन कोरोना (Corona) पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। बीएमसी (BMC) की 15वीं जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट (Genome Sequencing Report) के अनुसार, कोरोना की दोनों खुराक लेने वाले सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। बीएमसी ने 288 नमूनों को जांच के लिए भेजा था। जिसमें संक्रमित होने वाले मरीजों में केवल 2 मरीजों ने कोरोना की एक खुराक ली थी।

बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मुंबई में अब भी ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट के कारण लोग संक्रमित हो रहे हैं। कोविड वायरस के आनुवंशिक सूत्र का निर्धारण एक ही वायरस की 2 या अधिक प्रजातियों के बीच अंतर कर सकता है। जिससे उपचार की सही दिशा निर्धारित करना आसान हो जाता है। 288 नमूनों में से 106 नमूने बी ए 2.75 सब वेरिएंट के थे। 96 नमूने बी ए 75.1 वेरिएंट और 60 नमूने बी ए 2.53.2 वेरिएंट से ग्रसित पाए गए। 2 प्रतिशत यानी केवल 6 नमूने बी ए 5.2 और बी जे.1 वेरिएंट के पाए गए।

288 नमूनों का परीक्षण 

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि 288 नमूनों के परीक्षण से पता चलता है कि 1 प्रतिशत मरीज यानी केवल 2 मरीजों ने वैक्सीन की केवल एक डोज ली थी। 202 मरीजों ने कोरोना की दोनों डोल ली थी। 84 मरीजों ने वैक्सीन की कोई खुराक नहीं ली थी। इससे पता चलता है कि मुंबई में अब भी बहुत नागरिक ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना की एक भी खुराक नहीं ली है।

बीएमसी ने की ये अपील

मुंबई में अधिकांश मरीज कोरोना से बचने के लिए बूस्टर डोज भी लगा चुके हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे हैं जो अब भी कोरोना की वैक्सीन लेने से बच रहे हैं। इसी तरह केवल एक डोज लेने वालों की संख्या भी कम नहीं है। अब ऐसे लोग ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं ली है। बीएमसी ने नागरिकों से आवाहन किया है कि कोरोना से बचने के लिए जिन नागरिकों ने वैक्सीन की डोज नहीं ली है उसे ले लें।