मुंबई

Published: Mar 27, 2024 08:02 PM IST

Mumbai South Central Seatदक्षिण मध्य मुंबई लोकसभा सीट पर इस बार शिवसेना VS शिवसेना, जानें क्या रहा है इतिहास

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

तारिक़ खान @नवभारत
मुंबई: दशकों से शिवसेना का सबसे परिचित नारा ‘आवाज कुनाचा? ‘शिवसेनेचा’ (किसकी आवाज सबसे ऊंची है? शिवसेना की) रहा है। कार्यकर्ताओं को ताकत देने वाला यह नारा, पार्टी के विभाजन के बाद कार्यकर्ता इस नारे को लेकर असमंजस में है। क्योंकि दक्षिण-मध्य मुंबई सीट पर शिवसेना बनाम शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से अनिल देसाई और एकनाथ शिंदे गुट से राहुल शेवाले) की लड़ाई है। यह सीट शिवसेना का गढ़ कहा जाता है। आठ बार शिवसेना ने अपना परचम यहां लहराया है, लेकिन पार्टी के दो फाड़ ने इस सीट का समीकरण बिगाड़ दिया है। हालांकि वर्तमान में इस पर शिवसेना का क़ब्ज़ा हैऔर शिंदे गुट के राहुल शेवाले यहां से मौजूदा सांसद हैं।

6 विधानसभा सीटों में शिंदे गट के खाली हाथ
इस लोकसभा के अंतर्गत छह विधानसभा चेंबूर,अणुशक्ति नगर,धारावी, वडाला, सयान कोलीवाड़ा और माहिम सीट आती है। जिसमें एक-एक पर कांग्रेस, राकांपा, शिवसेना (यूबीटी) और तीन पर भाजपा का क़ब्ज़ा है। हालांकि अणुशक्ति नगर पर राकांपा के विधायक नवाब मालिक है, लेकिन यह किस तरफ जाते है उसपर रहस्य बना हुआ है। 2019 के आम विधानसभा चुनाव में यहां कड़ा मुकाबला देखने को मिला था। शिवसेना उम्मीदवार राहुल शेवाले ने 2019 और 2014 में कांग्रेस के दिग्गज नेता एकनाथ गायकवाड़ को हराया था। अब 2024 में मतदाता अपने वोट की ताकत दिखाने के लिए और भी अधिक उत्साहित हैं, लेकिन शिवसेना दो धड़ों में बट चुकी है, लेकिन स्थानीय लोगों के दिलों में उद्धव ठाकरे के प्रति सहानुभूति अधिक दिखाई दे रही है। इसीलिए पलड़ा उद्धव का भारी बताया जा रहा है, वैसे भी विधानसभा के लिहाज से शिंदे गुट के हाथ खाली हैं।

कितने वोटर्स ?
वर्तमान में 6 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। उनमें से 6,99,784 पुरुष वोटर हैं। महिला मतदाताओं की संख्या 8,54,369 हैं। थर्ड जेंडर के मतदाता 23 हैं। 2019 में कुल वोटरों की संख्या 8,01,611 थी। जिनमें से कुल पुरुष मतदाता 4,38,484 और महिला मतदाता 3,61,012 थी। 2019 में कुल मतदान प्रतिशत 51.58% था।

जनता के इंटरव्यू के बाद कैंडिडेट को वोट
अकबर हुसैन उर्फ़ राजू भाई (समाजसेवक) कहते हैं, पिछले दस साल से डेवलपमेंट के नाम पर नेता, जनता को सिर्फ मूर्ख बना रहें है। पार्टी नहीं उम्मीदवार महत्वपूर्ण है। पहले जनता कैंडिडेट से सवाल-जवाब करेगी कि वो हमारे लिए क्या और कैसे काम करेंगे। उसके बाद फैसला होगा किस्से वोट देना है। -अकबर हुसैन उर्फ़ राजू भाई-समाजसेवक

मतदाताओं को धोखा देने वाले नेताओं को मिलेगा सबक
मीना देवनाथ (अध्यापक) ने कहा, इलाके में विकास के लिए जनता नेता चुनती है। अपनी दौलत बचाने के लिए, मतदाताओं और अपने पक्ष को धोखा देने वाले नेताओं को इस बार सबक सिखाना है। हमारा वोट डेवलपमेंट के लिए उद्धव ठाकरे के साथ है।

लोगों कि आवाज़ PM तक पहुँचाने वाला MP चाहिए
दिगंबर जंभाले (चेंबूर) बोले- राहुल शेवाले ने इलाके में दस साल में बहुत काम किया है। वो लोगों के बीच रहते है और जनता की आवाज़ प्रधानमत्री तक पहुंचाते है। उनकी हैट्रिक के लिए जनता 20 मई (वोटिंग डे) का इंतेज़ार कर रही है।

मुस्लिम समाज उद्धव के साथ खड़ा है
आलिया संजर (अध्यक्ष जीईबी फाउंडेशन) ने बताया, धर्म की राजनीति करने वाला नेता नहीं, बल्कि महंगाई, रोजगार, शिक्षा और हेल्थ और महिला सुरक्षा के लिए लड़ने वाला सांसद हमें चाहिए. मुस्लिम समाज इस बार उद्धव ठाकरे के साथ खड़ा है।