मुंबई

Published: Sep 26, 2022 09:38 PM IST

One Rupee Clinic पश्चिम रेलवे के 5 स्टेशनों पर 'वन रूपी क्लिनिक' शुरू

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई: यात्रियों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा (Emergency Medical Service ) उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुंबई (Mumbai ) के विभिन्न स्टेशनों पर शुरू किए गए ‘वन रूपी क्लिनिक’ (One Rupee Clinic) के विस्तार की योजना बनाई गई है। नवरात्रि से पश्चिम रेलवे के पांच स्टेशनों लोअर परेल, खार रोड, भायंदर, सफाले और दहाणु में वन रूपी क्लिनिक की नई शाखाएं शुरू हो रही हैं। इसके पहले पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और हार्बर लाइन के 20 लोकल स्टेशनों पर शुरू की गई ‘वन रूपी क्लिनिक’ सेवा को अच्छा प्रतिसाद मिला है, हालांकि कोरोनाकाल में लॉकडाउन के चलते कई स्टेशनों पर क्लिनिक बंद करने पड़े थे।

रेलवे की इमरजेंसी मेडिकल रूम योजना के तहत 10 मई, 2017 को मध्य रेलवे के घाटकोपर स्टेशन पर पहली वन रूपी क्लिनिक सेवा शुरू की गई थी। इसके बाद इसका विस्तार कई स्टेशनों तक किया गया। लोकल ट्रेनों और अन्य ट्रेनों से रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों को मुफ्त में इमरजेंसी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा मिले इस उद्देश्य से शुरू यह क्लिनिक दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों, गर्भवती या ‘गोल्डन ऑवर’ उपचार जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराता रहा है।

इन स्टेशनों पर शुरू सेवा

वर्तमान में टिटवाला, उल्हासनगर, कलवा, ठाणे, भांडुप, कुर्ला, मानखुर्द, चेंबूर, पनवेल, पालघर, कांदिवली, नायगांव, नालासोपारा, विरार, अंधेरी, दहिसर, मलाड, ग्रांट रोड, मीरा रोड आदि स्टेशनों पर एक रूपी क्लीनिक चल रहे हैं। क्लिनिक के निदेशक  राहुल घुले के अनुसार, वन रुपी क्लिनिक में दो साल में अब तक दो लाख से ज्यादा लोगों का मुफ्त इलाज किया जा चुका है। लोकल ट्रेन के यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। दो साल में करीब 123 हजार 39 पुरुषों और 52 हजार 171 महिलाओं का इलाज किया गया। समय पर जांच और उपचार की वजह से कई यात्रियों की जान बचाई जा सकी। क्लिनिक में नि:शुल्क बीपी जांच की सुविधा शुरू है।

5 लाख मरीजों को लाभ

स्टेशनों पर ईएमआर सेवा के अलावा वन रूपी क्लिनिक के माध्यम से मुंबई में 80 से अधिक क्लीनिक काम कर रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की जांच और सलाह से अब तक 5 लाख से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिला है। निदेशक डॉ. राहुल घुले के अनुसार, उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित लोगों का इलाज मात्र दस रुपए में किया जा सकता है। आम मरीजों को सस्ती और जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने की जरुरत है। वन रुपी क्लिनिक ने नगर निगम द्वारा विभिन्न अस्पतालों में लागू एनसीडी कॉर्नर पहल में भी भाग लिया है। इससे  नागरिकों की विश्वसनीयता बढ़ी है।