मुंबई

Published: Aug 12, 2020 08:51 PM IST

आरोपप्रशासन की लापरवाही से गई राज की जान

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

विरार. वसई-विरार मनपा क्षेत्र में बरसाती पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने का खामियाजा एक छात्र को भुगतना पड़ा. बीते 6 अगस्त को वसई निवासी एक 18 वर्षीय छात्र की जान उस समय चली गई, जब वह अपने दोस्त के घर में घुसे बारिश के पानी से नुकसान हो रहे सामान को हटाने में मदद करने गया था. 

जानकारी के अनुसार 6 अगस्त को वसई में तेज बारिश के कारण समूचा इलाका जलमग्न हो गया था. उसी बीच राज के दिवानमान क्षेत्र के दीवान निकेत निवासी दोस्त रोहिल ने राज को फोन पर बताया कि बारिश का पानी भर जाने के कारण उसका सामान बर्बाद हो रहा है, जिसको सुरक्षित स्थान पर रखने में मदद के लिए उसने राज को बुलाया. घर में रखे सोफे को हटाने के दौरान उसके पैर में करंट का झटका लग गया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. 

मां-बाप का था एकलौता बेटा

घटना के बाद उन लोगों को अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं हो सका, जिसके चलते राज को एक टेंपो के माध्यम से कार्डिया हॉस्पिटल  पहुंचाया गया. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.राज माता-पिता का इकलौता बेटा था, जिसका जन्म शादी के 17 वर्ष बाद हुआ था. मृतक राज के परिजनों ने मनपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से भूमाफिओं ने क्षेत्र के ज्यादातर प्राकृतिक नालों, तालाबों को पाटकर अवैध निर्माण कर दिए हैंं.  निर्माण के दौरान किसी ने पानी निकासी की व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण समूचे इलाके में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है. हल्की बारिश में भी घरों में बारिश का पानी भर जाता है. इस समस्या को लेकर कई बार मनपा से शिकायत के बावजूद इस ओर कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया.