मुंबई

Published: Apr 23, 2022 07:04 AM IST

Samridhi Expresswayसमृद्धि एक्सप्रेस-वे पर जितनी यात्रा, उतना देना होगा टोल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई/नागपुर: राज्य की उप राजधानी नागपुर (Nagpur) से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) को जोड़ने वाले समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samridhi Expressway) का पहला फेज (First Phase) दो मई से खुलने जा रहा है। नागपुर से शेलु बाजार तक लगभग 210 किमी के फेज का लोकार्पण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) करेंगे। 701 किलो मीटर लंबे इस बहुद्देश्यीय एक्सप्रेस-वे को स्व. बालासाहेब ठाकरे का नाम दिया गया है। शुक्रवार को लोकार्पण तैयारियों का जायजा लेने के बाद नगरविकास एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि समृद्धि के शुरू हो जाने से विदर्भ और मराठवाड़ा के विकास को नई दिशा मिलेगी।

इस एक्सप्रेस-वे पर देश में पहली बार नया प्रयोग हो रहा है। एक्सप्रेस-वे के इंट्री पॉइंट पर ही वाहनों का स्कैन कर लिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर आप  जितने किलो मीटर वाहन चलाएंगे, उसी के हिसाब से एग्जिट पॉइंट पर टोल वसूल किया जाएगा, ताकि वाहन चालक बिना कोई समय गंवाए आगे निकल सकें। बताया गया कि वाहन चालकों से न्यूनतम 1.73 रुपए प्रति किलो मीटर टोल लगेगा। नागपुर से मुंबई तक का लगभग 1,200 रुपए टोल लगेगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि पुणे और नाशिक एक्सप्रेस-वे की तुलना में यह टोल कम होगा।

दूसरा चरण 15 अगस्त तक

नगरविकास एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि शिर्डी तक दूसरे चरण का काम भी तेजी से चल रहा है। इसे भी 15 अगस्त तक खोल दिया जाएगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि दिसंबर 2023 तक मुंबई तक समृद्धि एक्सप्रेस-वे को पूरी तरह खोले जाने का लक्ष्य है। शिर्डी से इगतपुरी और मुंबई तक का कार्य भी तेजी से चल रहा है। एमएसआरडीसी एमडी राधेश्याम मोपलवार ने बताया कि 2023 की डेडलाइन के अनुसार काम पूरा करने का उद्देश्य है।

देश का पहला ग्रीन एक्सप्रेस-वे 

सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे के अनुसार, समृद्धि एक्सप्रेस-वे देश का पहला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। पर्यावरण का समतोल बनाए रखने एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ लगभग 11.50 लाख पेड़ लगाए जाएंगे। इसके अलावा 250 मेगावाट के सोलर एनर्जी प्लांट लगेंगे। शिंदे के अनुसार, किसानों की मदद के लिए हजारों खेत तालाब बनाए गए हैं, इनके माध्यम से 2500 करोड़ लीटर पानी जमा किया गया है। 

वाइल्ड लाइफ के लिए 350 करोड़

समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर वन्य जीवों की सुरक्षा का खास ख्याल रखा गया है। जंगली जानवरों को कोई परेशानी न हो इसके लिए एमएसआरडीसी ने वन विभाग के समन्वय से 350 करोड़ रुपए खर्च कर जानवरों के लिए 8 ओवरपास और 76 अंडरपास बनाया है, ताकि उन्हें जंगल का फील हो। वन्यजीवों को ध्वनि प्रदूषण से बचाने के लिए शोर अवरोधक लगाए गए हैं। इन ओवरपास से वन्यजीवों का आना-जाना भी शुरू हो गया है।

24 इंटरचेंज पर हेलीपेड

सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पूरे समृद्धि महामार्ग पर 24 इंटरचेंज हैं। यहां हेलीपेड की व्यवस्था भी होगी। वाहन चालकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। क्वीक रेस्पॉन्स वेहिकल्स की व्यवस्था भी होगी, ताकि कोई दुर्घटना होने पर तत्काल मदद मिल सके। इट्रिगेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम होगा। सार्वजनिक उपक्रम मंत्री एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों के साथ समृद्धि का हवाई जायजा भी लिया और एक्सप्रेस-वे पर कार भी दौड़ाई।

120 की स्पीड से दौड़ेंगे वाहन

दोनों तरफ 6 लेन वाले 701 किलो मीटर ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर 120 किलो मीटर की स्पीड से वाहन दौड़ सकेंगे। एक्सप्रेस-वे के पुरी तरह शुरू हो जाने पर मुंबई-नागपुर के बीच की दूरी मात्र 6 से 7 घंटे में सिमट जाएगी।

गढ़चिरोली तक विस्तार

मंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि समृद्धि के गढ़चिरोली तक विस्तार के लिए डीपीआर का काम शुरू कर दिया गया है। इससे नागपुर के आगे आदिवासी बहुल भंडारा, गढ़चिरोली आदि जिलों का विकास होगा।

10 जिलों से आगे तक समृद्धि

शिंदे ने बताया कि लगभग 55,335 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे समृद्धि का लाभ राज्य के 10 जिलों, 26 तालुकों और 392 गांवों को मिलेगा। स्थानीय जिलों में लॉजिस्टिक हब बनने से रोजगार और उद्योग बढ़ेंगे।