मुंबई

Published: Oct 18, 2020 04:01 PM IST

कोशिशराज्यपाल के कंधे पर बंदूक रख राज्य को अस्थिर करने की कोशिश

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई. मंदिरों को खोलने के संदर्भ में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की तरफ से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे गए पत्र को लेकर टीका टिप्पणी शुरु है. इस बीच शिवसेना प्रवक्ता राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल के कंधे पर बंदूक रखकर राज्य को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है. 

 शिवसेना नेता राउत ने कहा है कि जहां पर भाजपा का शासन नहीं है,वहां अधर्म शुरु है. इस तरह का प्रोपोगंडा किया जा रहा है.पश्चिम बंगाल में एक भाजपा पदाधिकारी की हत्या हुई, ऐसा नहीं होना चाहिए. लेकिन उसके विरोध में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं को जमा कर मंत्रालय की तरफ कूच कर दिया गया. इससे कानून और व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा. इसका विधानसभा चुनाव में लाभ होगा.यह भाजपा की राजनीतिक लाभ लेने की पॉलिसी हो सकती है, लेकिन केंद्र सरकार को यह समझना चाहिए कि पश्चिम बंगाल भी हिंदुस्तान का ही एक अंग है.  महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की सरकार भी उनके आंख में चुभ रही है. सरकार की तरफ से लिया गया प्रत्येक निर्णय उन्हें देश विरोधी लगता है. जिसकी वजह से महाराष्ट्र की सरकार को दिसंबर तक बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाएगा. इस तरह की भविष्यवाणी प्रकाश आंबेडकर कर चुके हैं. इसके पहले प्रमुख नेताओं को निपटा डालो की नीति अमल में लाई जा रही है.

राउत का भाजपा पर निशाना

 राउत ने कहा है कि दिल्ली के नेताओं को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि किसी राज्य में भाजपा विरोधी सरकार बनना, संविधान के खिलाफ नहीं है. लेकिन जहां पर अपनी विरोधी सरकार है,उस राज्य में पॉलिटिकल एजेंट के रुप में राज्यपाल की नियुक्ति करके और उस राज्यपाल के कंधे पर बंदूक रखकर राज्य को अस्थिर करने की नीति अच्छे राजनीतिज्ञ को शोभा नहीं देती है.