मुंबई

Published: May 30, 2023 06:54 PM IST

Mumbai Coastal Road Projectकोस्टल रोड पर टनलिंग का काम पूरा, दहिसर, मीरा-भायंदर तक होगा विस्तार, CM एकनाथ शिंदे ने की घोषणा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुंबई कोस्टल रोड परियोजना के तहत गिरगांव चौपाटी से प्रियदर्शिनी पार्क तक दूसरे टनल की खुदाई का काम पूरा कर लिया गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में टीबीएम मशीन से टनलिंग का काम पूरा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने कहा कि मुंबई कोस्टल रोड परियोजना (Mumbai Coastal Road Project) का विस्तार आगे दहिसर (Dahisar), मीरा-भायंदर (Mira-Bhayandar) तक करने की योजना हैं। इससे वेस्टर्न हाइवे पर भारी ट्रैफिक से छुटकारा मिलेगा। यह कोस्टल रोड प्रोजेक्ट मुंबईकरों के लिए वरदान साबित होगा। इस ड्रीम प्रोजेक्ट के पूरा होने से  मुंबईवासियों को जाम से बड़ी राहत मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के दोनों सुरंग मार्गों की टनलिंग पूरी हो चुकी है। 

दौरे में शामिल उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने कहा कि मुंबई कोस्टल रोड को दिसंबर 2023 तक होगा शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान बीएमसी कमिश्नर डॉ. इकबाल सिंह चहल, अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी भिडे और  परियोजना से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।

75 प्रतिशत काम हुआ पूरा

बताया गया कि यह प्रोजेक्ट 75 प्रतिशत पूरा हो चुका हैं। इनमें टनलिंग का काम 100 प्रतिशत, सीवॉल 84 प्रतिशत, इंटरचेंज 56 प्रतिशत और पूल 59 प्रतिशत पूर्ण हो चुका हैं। बीएमसी द्वारा बनाए जा रहे मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 10.58 किमी है। प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर से बांद्रा-वर्ली सी ब्रिज (सी लिंक) के दक्षिणी छोर तक परियोजना में 4+4 लेन सड़क, पुल, एलिवेटेड सड़कें और सुरंगें शामिल हैं। भारत में पहली बार सैकार्डो वेंटिलेशन सिस्टम की व्यवस्था, आपातकालीन उपाय के रूप में प्रत्येक 300 मीटर पर साइड सुरंगों का प्रावधान, यूटिलिटी सर्विस के लिए टनल में यूटिलिटी बॉक्स का प्रावधान, जुड़वां सुरंग के लिए एक अत्याधुनिक यातायात प्रबंधन नियंत्रण प्रणाली की व्यवस्था की जा जाएगी।

परियोजना की अनुमानित लागत 12,721 करोड़ रुपए

परियोजना की अनुमानित लागत 12,721 करोड़ रुपए है जिनमें 8,429 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। परियोजना पर काम अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ है और इसे नवंबर, 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पूरे प्रोजेक्ट को तीन पैकेज में बांटा गया है। जुड़वां सुरंगों की लंबाई प्रत्येक 2.07 किमी है। इनमें 11 मीटर आंतरिक व्यास के साथ तीन प्रत्येक में तीन लेन हैं। मुंबई कोस्टल रोड को छत्रपति संभाजी महाराज का नाम देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने पहले ही कर दी है।