मुंबई

Published: Sep 12, 2020 08:19 PM IST

पूर्व नौसैनिक अधिकारी हमलापीड़ित शर्मा का उद्धव ठाकरे पर हमला कहा- कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो इस्तीफा दो

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) का कार्टून शेयर करने पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा की पिटाई कर दी. शनिवार को मिडिया से बात करते हुए पीड़ित शर्मा ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, “घायल और तनाव में हूँ. जो हुआ, वह दुखद है. मैं उद्धव ठाकरे को बताना चाहता हूं कि यदि आप कानून और व्यवस्था (Law And Order) की देखरेख नहीं कर सकते हैं तो इस्तीफा दें और लोगों को यह तय करने दें.”

मेरे परिवार को दे सुरक्षा
पूर्व नौसेना अधिकारी ने कहा, “वे मेरे बच्चों, मेरे परिवार और मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए मैं मुख्यमंत्री से अपने परिवार और मुझे सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करता हूं.” उन्होंने कहा, “उद्धव ठाकरे जी के सभी कार्यकर्ताओं और संगठनों को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए, ताकि ऐसी घटना फिर किसी और के साथ न हो.”

ज्ञात हो कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक कार्टून के फारवर्ड किए जाने पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. शिव सैनिकों ने पूर्व अधिकारी को घर से बाहर बुलाकर हमला कर दिया और उन्हें लातों और घुसे मार कर घायल कर दिया. 

राज्य प्रायोजित आतंक वाली स्थिति: देवेंद्र फडणवीस
शिवसेना नेताओं द्वारा पूर्व नौसेना अधिकारी पर हमला करने को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो गई है. महाराष्ट्र भाजपा इसको लेकर शिवसेना पर हमलावर हो गई है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने इसे राज्य प्रायोजित आतंक बताया है. उन्होंने कहा, “यह बहुत गलत और ‘राज्य प्रायोजित आतंक’ की स्थिति है. मैंने गुंडा राज को रोकने के लिए उद्धव जी को अपने ट्वीट के माध्यम से अवगत कराया है. 10 मिनट में 6 आरोपी रिहा हो गए.

सभी आरोपियों को मिली जमानत 
पूर्व नौसेना अधिकारी पर हमले को लेकर पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मात्र 10 मिनट बाद ही उन्हें अदालत से जमानत मिल गई है. जिसके विरोध में मदन शर्मा की बेटी और भाजपा नेताओं ने विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दारेकर (Pravin Darekar) के नेतृत्व में मुंबई पुलिस के सह-आयुक्त के ऑफिस के बाहर धरना और प्रदर्शन किया.