मुंबई

Published: Feb 18, 2023 08:41 PM IST

Maharashtra Politicsसेना भवन पर नहीं ठोकेंगे दावा, विधायक संजय शिरसाट का खुलासा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

मुंबई: केंद्रीय चुनाव आयोग (Central Election Commission) ने शिवसेना (Shiv Sena) पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट (Chief Minister Eknath Shinde Faction) को देने का फैसला किया है। ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या शिंदे की टीम दादर स्थित सेना भवन (Sena Bhavan) पर भी दावा ठोकेगी। हालांकि शिंदे समर्थक विधायक संजय शिरसाट (Sanjay Shirsat) ने खुलासा किया है कि वे लोग सेना भवन पर दावा नहीं ठोकेंगे। 

उन्होंने कहा कि सेना भवन हम सब के लिए मंदिर के समान है। इस भवन में सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कई मीटिंग की है। ऐस में यह हमारे लिए कोई प्रॉपर्टी नहीं है, बल्कि मंदिर हैं और मंदिर को अधिकार में नहीं लिया जाता है। हम लोग इस पर कोई दावा ठोकने वाले नहीं हैं।

हमारी शिवसेना ही असली शिवसेना

शिरसाट ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी शिवसेना ही असली शिवसेना है। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने जिस हिंदुत्व की विचारधारा के साथ पार्टी का गठन किया था। हम उसी विचारधारा के साथ आगे बढ़ रहे हैं। शिरसाट ने कहा कि आज की शिवसेना मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और किसी और नेता की नहीं है, बल्कि यह सेना प्रमुख बाल ठाकरे की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बना कर शिवसेना अपने हिंदुत्व के रास्ते से भटक गई थी, लेकिन अब सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अब इस पर आगे बढ़ रहे हैं।

बजट सत्र के लिए शिंदे गुट जारी करेंगे व्हिप, ठाकरे गुट के विधायकों पर भी होगा लागू  

औरंगाबाद से शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने दावा किया है कि हमारी तरफ से बजट सत्र के लिए जो व्हिप जारी किया जाएगा, वह ठाकरे  गुट के विधायकों पर लागू होगा। उन्होंने कहा कि अगर ठाकरे गुट के विधायकों ने इसका पालन नहीं किया तो उनकी विधायकी जा सकती है। शिरसाट ने कहा कि व्हिप का पालन न करने पर ठाकरे गुट के विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक जाएगी। चुनाव आयोग के फैसले के बाद एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी और चुनाव चिन्ह मिल गया है। जानकारों का कहना है कि आगामी बजट सत्र के लिए शिंदे गुट की तरफ से भरत गोगावले द्वारा जारी व्हिप सेना विधायक आदित्य ठाकरे समेत बाकी विधायकों  पर भी लागू होगा। ठाकरे गुट के साथ फिलहाल 14 विधायक हैं।  ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पेंच से निकलने के लिए ठाकरे गुट का चाल चलती है। उधर, शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने  ने दावा किया है कि ठाकरे गुट के 10 और विधायक टूटेंगे।