नागपुर

Published: Oct 23, 2023 01:24 AM IST

Fraudठग पप्पू पटेल पर 1 और FIR, 50 लाख का लगाया चूना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

नागपुर. निवेश की रकम पर एक से तीन महीने के भीतर दोगुना मुनाफा देने का लालच देकर लोगों को लूटने वाले ठग परवेज उर्फ पप्पू पटेल और उसकी गैंग के खिलाफ नंदनवन पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है. आरोपियों में पप्पू के अलावा बीड़ीपेठ निवासी अकील उर्फ गुड्डू पटेल, हसनबाग निवासी अब्दुल वसीम अब्दुल अजीज, इरशाद और उमेशकुमार यादव का भी समावेश हैं. आरोपियों ने एक व्यापारी को झांसा देकर 50 लाख रुपये का चूना लगाया था. ज्ञात हो कि विगत 18 अक्टूबर को एटीएस ने पप्पू के हसनबाग स्थित बिलाल इंटरप्राइजेस नामक कार्यालय में छापा मारा था.

तलाशी के दौरान एटीएस को 27.50 लाख रुपये नकद मिले थे. पूछताछ के बाद एटीएस ने उसे छोड़ दिया. इसी बीच इतवारी के किराना व्यापारी विक्रम हसोरिया ने एटीएस से संपर्क किया और अपने साथ धोखाधड़ी किए जाने की जानकारी दी. ठगी से जुड़ा मामला होने के कारण हसोरिया को नंदनवन पुलिस थाने भेजा गया. हसोरिया ने अपनी शिकायत में बताया कि दिसंबर 2022 में राकेश नामक मित्र के जरिए उनकी पहचान पप्पू के एजेंट उमेश यादव के साथ हुई थी. उमेश ने उन्हें बताया कि पप्पू अलग-अलग धंधों में पैसा निवेश करता है. कुछ ही समय में रकम डबल हो जाती है. उमेश के साथ हसोरिया पप्पू के कार्यालय में गए. वहां अन्य आरोपी भी मौजूद थे.

आरोपियों ने 3 महीने में निवेश की रकम डबल करने का झांसा दिया. हसोरिया सहित उनके चचेरे भाई राजेश, नवीन और दोस्त विशाल उरकुड़े ने आरोपियों के पास 57 लाख रुपये निवेश किए. समय बीतने के बाद पैसा मांगा तो आरोपी टालमटोल करने लगे. दबाव बनाने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. हसोरिया ने पुलिस से शिकायत की तो पप्पू ने रकम लौटाने का विश्वास दिलाया और 7 लाख रुपये दिए. हसोरिया ने शिकायत वापस ले ली. इसके बाद फिर आरोपी रकम लौटाने से मुकर गए. बताया जाता है कि पप्पू और गुड्डू की नंदनवन थाने के कुछ कर्मचारियों के साथ जबरदस्त सेटिंग थी. थाने में कोई भी शिकायत आने पर पप्पू को तुरंत जानकारी मिल जाती थी.