नागपुर

Published: Oct 16, 2020 02:18 AM IST

नागपुरगोसीखर्द प्रभावित गांवों का दोबारा सर्वे

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File Photo

नागपुर. गोसीखुर्द प्रकल्प बाधितों को न्याय देने के लिए डूबत क्षेत्र में बाधित होने वाले क्षेत्रों का पुन: सर्वेक्षण कर पुनर्वसन प्रस्ताव सादर करने का आदेश विस अध्यक्ष नाना पटोले ने जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल को दिया है. उन्होंने कहा कि पहले पुनर्वसन और बाद में प्रकल्प इस तत्व पर गोसीखुर्द प्रकल्प बाधित सभी गांवों को न्याय मिले यह अपेक्षा उन्होंने व्यक्त की.

गोसीखुर्द प्रकल्पग्रस्त संघर्ष समिति की मांगों के संदर्भ में और हाल ही बाढ़ जैसे हालातों में अनेक गांवों में घुसे पानी के संदर्भ में उन्होंन उच्चस्तर बैठक ली थी.

इस बैठक में मदद व पुनर्वसन राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे, विधायक नरेंद्र भोंडेकर, जलसंपदा विभाग के प्रधान सचिव लोकेश चंद्र, वित्त विभाग के सचिव राजीव मित्तल, जलसंपदा विभाग के सचिव एन.वी. शिंदे, भंडारा जिलाधिकारी संदीप कदम, पुनर्वसन विभाग के उपसचिव संजय बनकर, गोसीखुर्द प्रकल्पग्रस्त संघर्ष समिति के यशवंत टिचकुले, मंगेश वंजारी उपस्थित थे.

नाग नदी के पानी से परेशान

बैठक में नाग नदी के प्रदूषित पानी का मुद्दा भी उठा. पटोले ने कहा कि नाग नदी के पानी से उठने वाली दुर्गंध से कुछ गांवों में  नागरिकों का रहना मुश्किल हो गया है. ऐसे गांवों के पुनर्वसन पर सहानुभूति से अलग विचार करना होगा. प्रकल्पग्रस्त किसानों को जमीन का मुआवजा अदा करने के संदर्भ में त्रुटि होने की शिकायत भी मिल रही है जिसे जांच कर कार्यवाही करने का निर्देश भी उन्होंने दिया.