नागपुर

Published: Dec 16, 2020 02:36 AM IST

नागपुरकोरोना वैक्सीन : प्रथम चरण में 20,000 को लाभ

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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नागपुर. कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए तेज हुईं गतिविधियों के साथ ही सिटी में हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन देने के उद्देश्य से तैयारियां की जा रही हैं, जिनमें प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवा में कार्यरत लगभग 20,000 कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन देने की घोषणा मनपा आयुक्त राधाकृष्णन.बी ने की. उन्होंने कहा कि अब तक 66 अस्पतालों ने ही कर्मचारियों का डेटा बेस मनपा को प्रेषित किया गया है. यह डेटा बेस शहर में स्थित अस्पतालों और वहां के कर्मचारियों की संख्या के अनुसार काफी कम है, जिससे कर्मचारियों का डेटा बेस भरकर सूची जल्द भेजने की अपील भी उन्होंने की.

3 चरणों में होगा वैक्सीनेशन

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से 3 चरणों में वैक्सीनेशन करने का निर्णय लिया गया है जिसके अनुसार प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवा में शामिल कर्मचारी, जिनमें डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वॉय, अस्पताल के अन्य कर्मचारियों का समावेश होगा. दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में पुलिस, होमगार्ड, मनपा के कर्मचारी और अन्य कर्मचारियों का समावेश होगा, जबकि तीसरे चरण में सर्वप्रथम 50 वर्ष से अधिक और उसके बाद इससे कम उम्र के लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा.

केंद्र सरकार की ओर से प्रथम चरण में 1 करोड़ वैक्सीन का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 15 से 20 हजार सिटी को प्राप्त होंगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल किस कम्पनी की वैक्सीन दी जाएगी. यह भले ही निश्चित न हो, लेकिन भारत में तैयार हुई वैक्सीन ही मिलने की आशा जताई जा रही है. इस वैक्सीन को केवल -5 से -7 डिग्री सेल्सियस पर ही रखा जा सकता है. वैक्सीन को जमा करने के लिए पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज होने की जानकारी भी उन्होंने दी.

IMA का भ्रम होगा दूर

कोरोना वैक्सीन को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और अन्य संस्थाओं की ओर से संदेह जताया गया है, किंतु जल्द ही उनका भ्रम दूर होने की आशा भी उन्होंने जताई. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के जिन कर्मचारियों का पंजीयन नहीं होगा, उन्हें वैक्सीन नहीं दी जाएगी. दूसरे चरण में जो फ्रंटलाइन वर्कर्स है. उनका व्यक्तिगत पंजीयन किया जाएगा. हालांकि फिलहाल वैक्सीन लेने की पाबंदी नहीं बल्कि इसे एच्छिक ही रखा गया है. तीसरे चरण में चुनावों में लगनेवाले बूथ की तरह केंद्र निर्मित किए जाएंगे, जिसमें सर्वाधिक वैक्सीनेशन होने की संभावना है. केंद्र में लोगों को पहचान पत्र लेकर आना होगा, जिसके आधार पर संबंधितों की पूरी जानकारी एकत्रित की जाएगी.