नागपुर

Published: Oct 31, 2021 02:51 AM IST

Robbers Arrestedरेलवे सिग्नल ट्रैप कर लूटने वाला गैंग धराया, 4 आरोपी अरेस्ट, पूरे देश में लूट की वारदातें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
प्रतिकारात्मक तस्वीर

नागपुर. दिल्ली रूट पर नागपुर स्टेशन से 15 किमी दूर भरतवाड़ा स्टेशन के पास 2 मार्च 2021 को ट्रेन 08243 भगत की कोठी एक्सप्रेस में लूट के 4 आरोपियों को लोहमार्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में पंजाबी कॉलोनी, रोहना, चंडीगढ़ निवासी दीपक महेन्द्रसिंह प्रजापत (28) व सुखविंदर महेन्द्र वाल्मिक (21), सन्नी उर्फ सोनू पुरमकुल्ला वाल्मिक (30) और राहुल चेलारामधार वाल्मिक (26) बताये गये. आरोपियों ने यह लूट सिग्नल को ट्रैप करके अंजाम दी थी. सिक्के की मदद से ग्रीन सिग्नल को रेड कर दिया. इससे ट्रेन रुक गई और कुछ देर में चारों आरोपियों ने हथियार की नोंक पर यात्रियों से लाखों का माल लूटकर भाग गये. हालांकि भागते समय उनसे कुछ बैग गिर गये जिनमें आरपीएफ को गहनों और मोबाइल समेत 1.47 लाख रुपये का माल मिला था.

देशभर में एक ही तरह से लूट

आरोपियों ने जून 2021 में गुजरात के भरूच स्टेशन के पास भी इसी प्रकार लूट की एक वारदात की थी. जिसकी जांच के बाद स्थानीय जीआरपी ने चारों को गिरफ्तार किया. जांच में पता चला कि आरोपी पूरे देश के विभिन्न स्टेशनों पर इसी प्रकार सिग्नल ट्रैप करके ट्रेन लूटते थे. आरोपियों ने पूछताछ में जीआरपी को बताया कि भरूच और भरतवाड़ा के अलावा उन्होंने भुसावल, नंदुरबार, इगतपुरी, इंदौर, चुरू, आबू रोड और अन्य स्टेशनों के पास भी लूट का अंजाम दिया. इसके बाद आरोपियों की लूट की वारदातों को खुलासा शुरू हुआ. भरूच जीआरपी ने उनके पास से 11 लाख रुपये के सोने-चांदी के गहनें, मोबाइल, एक फोर व्हीलर समेत अन्य सामान जब्त किया. 

नागपुर GRP ने हासिल की गिरफ्तारी

जानकारी मिलते ही नागपुर जीआरपी ने भरूच में संपर्क किया और प्रोडक्शन वारंट के तहत आरोपियों की गिरफ्तार हासिल की. आरोपियों को भरूच जिला जेल से गिरफ्तार नागपुर लाया गया. यहां कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. जहां से चारों को पुलिस रिमांड में भेज दिया गया. जीआरपी ने आरोपियों से भरतवाड़ा में भगत की कोठी एक्सप्रेस में लूट की पूरी वारदात की जानकारी हासिल की. यह कार्रवाई नागपुर जीआरपी के पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार और अपर पुलिस अधीक्षक वैशाली शिंदे के मार्गदर्शन में पीआई मनीषा काशिद, एपीआई कवास, संजय पटले, सूरज जाधव, प्रंशात पाटिल, महावीर टेंभूर्णे, हेमंत वरखडे, नीतेश कुरील, आशीष काले ने की.