नागपुर

Published: Feb 04, 2024 01:35 AM IST

KidnappingNagpur News: काम दिलाने के बहाने महिला और किशोरियों का अपहरण, गुजरात में बंधक बनाकर किया गया शोषण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
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नागपुर. गरीब महिला और किशोरियों को काम दिलाने के बहाने उनका अपहरण करने वाली एक गैंग पर क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने नकेल कसी है. पुलिस ने एक मामले की जांच के दौरान 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिसमें 4 महिलाओं का समावेश है. पकड़े गए आरोपियों में कांजी हाउस चौक निवासी नंदा यादवराव पौनीकर (50), सुराबर्डी निवासी गंगा गुरुचरण सिद्धू (40), इंदिरा मातानगर निवासी अंकित चंदू उइके (22), जामनगर, गुजरात निवासी प्रतीक उर्फ मनोज खिमजी चांदरा (28), खंडवा, मध्य प्रदेश निवासी गीता संजय गोयल उर्फ गजभिए (35) और ओडिशा निवासी रिंतू बंगाली उर्फ रेखा खमारी(40) का समावेश है. नागपुर में इस गैंग की मुखिया नंदा पौनीकर है जो अलग-अलग राज्यों के लोगों से जुड़ी हुई है.

उसने यशोधरानगर थाना क्षेत्र में रहने वाली 26 वर्षीय पीड़िता और दो 17 वर्षीय नाबालिग लड़कियों को काटोल में काम दिलाने का झांसा दिया. नंदा ने पीड़ितों को बताया कि काटोल में एक महिला की प्रसूति हुई है. उसकी देखरेख के लिए सभी को काटोल जाना होगा. 25 जुलाई 2023 को वह तीनों को काटोल जाने के बहाने अपने साथ रेलवे स्टेशन ले गई. पीड़ित महिला के साथ उसकी 4 वर्ष की बच्ची भी थी.

रेलवे स्टेशन पर नंदा की साथी मंगला वरकड़े ने चुपके से उनका मोबाइल निकाल लिया. बच्ची को मारने की धमकी देकर उन्हें ट्रेन में राजकोट गुजरात ले जाया गया. वहां 65 वर्षीय अज्ञात आरोपी के साथ कोर्ट ले जाया गया. महिला की एक सफाई कामगार संतोष (30) से शादी करवाई गई. कागजातों पर अंगूठों के निशान लिए गए. संतोष के अलावा उसके भाई गोलू (21) और प्रतीक (19) भी महिला को हवस का शिकार बनाने लगे. मंगला पीड़ित बच्चियों के साथ अश्लील हरकत करती थी. किसी तरह उनके चंगुल से छूटकर सितंबर महीने में पीड़िता नागपुर आई. पुलिस से मामले की शिकायत की. प्रकरण की जांच एएचटीयू को सौंपी गई.

विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने फोन नंबर और लोकेशन के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गरीब परिवार की महिलाएं और युवतियों को काम दिलाने के बहाने आरोपी राजकोट, जामनगर और गुजरात ले जाते हैं. वहां कांट्रैक्ट मैरिज करवाकर पीड़ितों का शोषण किया जाता है. एपीआई रेखा संकपाल, पीएसआई वैभव वारंगे, एएसआई गजेंद्र ठाकुर, हेड कांस्टेबल सुनील वाकड़े, दीपक बिंदाणे, शाम अंगुथलेवार, शरीफ शेख, विलास चिंचुलवार और अश्विनी खोडपेवार ने कार्रवाई को अंजाम दिया.